
जिंदल का आश्वाशन सिर्फ छलावा
संवाददाता,जमशेदपुर,01 नवम्बर
जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के आसनबनी ग्रामीण क्षेत्र मे जिंदल स्टील कंपनी द्वारा लगभग 22000 हज़ार करोड़ की लागत से जिंदल स्टील की प्लांट खोलने एवं प्लांट मे नौकरी देने के नाम पर ग्रामीणो से कोड़ियों के दाम पर जमीन ले लिया जमीन लेते समय ग्रामीणो को भरोसा दिलाया गया था की नौकरी के साथ साथ परिवरा वालो को मूलभूत सुविधाए स्वास्थ , शिक्षा , पानी , बिजली आदि ग्रामीणो को दी जाएगी और बड़े बड़े स्कूल खोले जाएँगे लोगो को अस्पताल की सुविधा दी जाएगी परंतु अभी तक लगभग ग्रामीणो को जमीन दिये हुए लगभग 7 साल बीत चुके है परंतु न तो कंपनी द्वारा प्लांट लगाया गया है और न ही वहाँ के लोगो को नौकरी दी गयी है और न ही कोई अन्य सुविधा दी गयी है जैसा की जमीन लेते समय वादा किया गया था , कंपनी के दोगले रवैया के खिलाफ मे लोग अब आवाज़ उठाने लगे है और अपनी जमीन वापस मांग रहे है , आसनबनी निवाशी संतोष कुमार अग्रवाल ने जिंदल कंपनी के रवैये के खिलाफ एवं धोखाघड़ी के खिलाफ प्रधानमंत्री समेत सभी वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर जिंदल के खिलाफ कारवाई की मांग की है ।

आसनबनी गाँव के ग्रामीण मंगला विषय का कहना है की हमलोग 4 भाइयों ने मिलकर 6 से 7 बीघा जमीन कंपनी को 2007 को दिया था और हमने डेढ़ लाख रूपीयूया बीघा के दाम पर जिंदल को जमीन दिया था की जिंदल हमे नौकरी देगा जिंदल ने जमीन लेते समय जॉब कार्ड दिया था की इस कार्ड से तुम्हें जिंदल मे नौकरी मिलेगा साथ ही स्वास्थ शिक्षा सभी सुविधाए मिलेंगी लेकिन अभी साता साल बीत जाने के बाद भी न तो नौकरी मिली है और न ही अन्य सुविधा मिली है ।
जहां हमारा कीमती जमीन कोड़ियों के भाव चला गया वहीं हमे रोजगार और परिवार का पेट चलाने के लिए दर दर की ठोकर खानी पड़ रही है उन्होने कहा की अगर कंपनी नहीं बैठा है तो उन्हे उचित मुआवजा दिया जाए हम चार भाई है सीताराम विषय , संतोष विषय , हरिपोदो विषय एवं मंगला विषय ।
वहीं गाँव के विकलांग युवक सुभाष अग्रवाल ने कहा की हमारे 1 बीघा जमीन हमने सस्ते दर पर जिंदल को दिया था की हम विकलांग है हमे नौकरी मिल जाएगी एवं मूल भूत सुविधाए मिल जाएंगी परंतु मुझे न तो नौकरी मिली है न तो सुविधा ही मिली है जिंदल के कारण दर दर की ठोकर खाने को विवश है ।
एवं गाँव के ही सुभाष गिरि ( 2007 ) मे जमीन दिया था जिसके बदले मे उन्हे तीन जॉब कार्ड मिला था लेकिन आज तक न तो नौकरी मिला हिय और न ही अन्य सुविधा इसी तरह सेकड़ों ग्रामीणो ने नौकरी का लालच मे जिंदल को अपना जमीन दे दिया है लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिला है जिससे ग्रामीण आंदोलन के मूँड मे है ।
Comments are closed.