
जमशेदपुर। टाटानगर रेलवे स्टेशन से 25 जुलाई की रात अपहृत तीन वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी गला रेत कर हत्या कर दी गई। मंगलवार रात पुलिस ने बच्ची का सिर विहीन शव टेल्को थाना क्षेत्र स्थित रामाधीन बागान धोबीघाट से सटी झाड़ी से बरामद कर लिया है। बच्ची का अपहरण 25 जुलाई की रात को हुआ था। एक हवलदार के पुत्र रिंकू साहू और उसके दोस्त कैलाश कुमार ने इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया है। पुलिस बच्ची के सिर की खोज में जुटी है। सिर नहीं मिला है। बुधवार को पुलिस पुन: सिर की तलाश करेगी।
मुख्य आरोपित की मां गिरिडीह में हवलदार
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपित रिंकू साहू की मां तारा साहू गिरीडीह जिला पुलिस मुख्यालय में हवलदार है। रिंकू आपराधिक मामलों का आरोपित रहा है। तारा देवी ने पुलिस को बताया कि रिंकू साहू साइको है। रिंकू टेल्को के रामाधीन बागान और कैलाश साकची के काशीडीह का रहने वाला है। पुलिस ने सोमवार की रात इन दोनों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की थी।
बच्ची पश्चिम बंगाल के झालदा जिले की रहने वाली थी। 25 जुलाई की रात आरोपितों ने टाटानगर रेलवे स्टेशन से 11:30 बजे अपहरण कर लिया गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छानबीन करते हुए पांच दिन बाद पुलिस अपहरणकर्ता तक पहुंची। उधर, बच्ची बरामद नहीं होने पर मंगलवार सुबह मां पश्चिम बंगाल लौट गई। उसके मामा जमशेदपुर में काम करते हैं।
उधर, बच्ची की मां जिस मनु मंडल के साथ टाटानगर आई थी, उसे मां की शिकायत पर पुलिस जेल भेज चुकी है। अब बच्ची का शव मिलने के बाद साफ हो गया है कि अपहरण मनु मंडल ने नहीं, बल्कि रिंकू व कैलाश ने किया था। दोनों ने मंगलवार शाम पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। उन्होंने पुलिस को पूरी कहानी बता दी है। बताया कि दोनों ने मिलकर बच्ची की हत्याकर शव को झाड़ी में फेंक दिया। इसके बाद टेल्को व साकची थाने की पुलिस उन्हें लेकर रामाधीन बागान पहुंची। यहां रिंकू के घर की गली की तरफ से शव बरामद किया गया।
रिंकू बच्चा अपहरण में पहले भी जा चुका जेल
रिंकू साहू अप्रैल 2015 में टेल्को थाना क्षेत्र जेम्को आजाद बस्ती से सात वर्ष की बच्चे की हत्या की नीयत से अपहरण करने के मामले में जेल जा चुका है। मार्च 2018 में उसे मामले में दो वर्ष की सजा सुनाई गई थी। कुछ माह पहले ही जेल से वह रिहा हुआ है। उसके खिलाफ बच्चा चोरी समेत अन्य मामला तीन थानों में दर्ज है।
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