राहुल राज
जहानाबाद ।
पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद हरिलाल यादव के भतीजे हर दिल अजीज समाजसेवी राजद नेता मुंदर लाल यादव का निधन मंगलवार को अहले सुबह हिर्दय गति रुक जाने के कारण हो गयी. जहानाबाद का चर्चित नाम हर किसी के दुख सुख में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले इस शख्स के निधन की खबर से पूरे शहर में शोक की लहर फैल गई है. एक नेता से ज्यादा एक जिंदादिल इंसान के रूप में ए हर किसी के दिलों पर राज करते थे.
जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी ठोकने के बाद बहुत ही कम अंतर से जहानाबाद जिला परिषद के चुनाव में इन्हें हार मिली थी. चुनाव में हार जीत के बावजूद भी उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई थी. और कहीं न कहीं यह जनता के बैलेट में नहीं बल्कि दिलों में राज करते थे. बताते चले की मुन्दर लाल इंजीरियरिंग की पढ़ाई पूरी कर राजनीती में सक्रिय रूप से शामिल हो गये और राजनीती दाव-पेच के अलग इन्होंने इस माध्यम से समाज सेवा करने की ठानी जिसके कारण ये समाज के हर तपके के लोग इन्हें नेता से अलग हट कर पसंद करने लगें. चाहे किसी गरीब की बेटी की शादी हो,या फिर रोग बीमारी. शारीरिक और आर्थिक दोनों रूप से मदद करने में हमेशा तत्पर रहते थे. हालाँकि राजनीति इनके लिए कोई नयी चीज नहीं थी इनके चाचा स्व0 हरिलाल यादव राजनीति के महाधुरंधार थे जिन्होंने मंत्री, सांसद और विधायक के पद पर रह कर बिहार की राजनीति में अपनी एक अलग छाप छोड़ी थी.
लेकिन दिवंगत मुन्दर लाल यादव अपने चाचा के लोकप्रियता भुनाने की वजाय राजनीति में अपने बल बूते एक नयी पहचान बनायी थी. इनके निधन की खबर जो ही आज सुबह जहनाबाद वासियों को मिला लोग स्तब्ध रह गए. और जिले के सभी दल के नेता और बुद्धिजीवी के साथ-साथ आम अवाम शहर स्थित उनके आवास होरिलगंज पर पहुँच गये. लोग अपने चहेते नेता की खोने की गम में अपने आँसू छिपा नहीं पा रहे थे. वही अचानक घाटी इस घटना ने परिवार के लोगों को तोड़ कर रख दिया है. कल तक हँसता मुस्कुराता चेहरा आज अचानक खामोश हो गया यह करवा सत्य लोगो को हजम नहीं हो रहा है.
शहर के चौक चौराहों चाय दुकानों, हर जगह बस एक ही चर्चा चल रही है कि जहानाबाद का एक चमकता सितारा अचानक बुझ कैसे गया. जिले राजद के रीढ़ माने जाने वाले इस नेता के निधन से राजद पार्टी की एक भारी क्षति हुई है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के निष्ठा पर चलने वाले मुन्द्रा लाल पार्टी के हर छोटे बड़े कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते थे जिसका कारण ही था कि जिले में जब भी राजद सुप्रीमों की सभा हुई इनका जिक्र जरूर आया. आज इस उभरते हुये नेता का निधन हो गया है ऐसे में ज़िले के हर तपका शोकाकुल है और इनकी व्यक्तित्वों की चर्चा कर रहा है. इस दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर जहनाबाद स्थित उनके पैतृक गांव मंदिल लाया गया जहाँ श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इनका दाह संस्कार मंदिल गांव स्थित दरधा नदी के तट पर किया जायेगा.
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