● पीड़िता की स्थिति गंभीर, ब्रह्मानंद ने दाख़िल लेने से किया इनकार
● उपायुक्त के पहल पर टीएमएच ने लिया भर्ती
भाजपा के टेल्को मंडल अध्यक्ष सोनी रजक की बहन पिंकी रजक के एमजीएम अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन में बरती गयी लापरवाही ने एक बार फ़िर अस्पताल के चिकित्सकीय व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। इस मामले में स्वयं भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने एमजीएम के चिकित्सक डॉ. डीके सिन्हा पर ईलाज़ में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत एमजीएम अधीक्षक अशोक सिंह से दूरभाष पर की। स्थिति की गंभीरता भाँपते हुए अस्पताल अधीक्षक ने डॉ. एमके सिन्हा को अस्पताल जाकर मामले को देखने को कहा। किंतु उन्होंने छुट्टी होने के कारण जूनियर डॉक्टर को मरीज को देख लेने को कहा और साथ हीं पीड़िता को दुसरे अस्पताल में रेफ़र करने की बात कही। उन्होंने भाजपा की पूर्व महिला मोर्चाध्यक्ष राजपति देवी से फ़ोन पर सही तरीके से बात तक न किया। बात की जानकारी महिला नेत्रियों ने भाजपा ज़िलाध्यक्ष को दी। उन्होंने तत्काल अस्पताल अधीक्षक से वहाँ आने को निवेदन किया। अधीक्षक के पहुँचते ही सर्जरी विभाग के एचओडी हांसदा मामले को संभालने का प्रयास करने लगें और सूचना पाते ही आनन-फानन में डॉ.एमके सिन्हा भी वहाँ पहुँचे। इस दौरान भाजपा नेताओं ने जमकर विरोध जताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने ज़िले के उपायुक्त अमित कुमार एवं अस्पताल अधीक्षक से वार्ता कर मरीज़ को अच्छे उपचार हेतु ब्रह्मानंद अस्पताल भेजने की बात कही। पदाधिकारियों के प्रयासों के बावजूद पीड़ित मरीज की स्थिति ठीक न होने के कारण इलाज में असामर्थ्यता व्यक्त करते हुए ब्रह्मानंद अस्पताल ने उसे दाख़िल लेने से इंकार कर दिया। पुनः भाजपा ज़िलाध्यक्ष ने उपायुक्त से वार्ता कर मरीज़ को टीएमएच अस्पताल में दाख़िल करवाया। मरीज़ के परिजनों ने पैसे देने में अपनी आर्थिक समस्या का हवाला देते हुए असामर्थ्यता ज़ाहिर की, तत्पश्चात भाजपा ज़िलाध्यक्ष की पहल पर ईलाज़ प्रारंभ हो सका। पूरी घटना में मरीज के परिवार के साथ भाजपा बर्मामाइंस मंडल के कार्यकर्त्ता विराट कुमार ने सहयोग किया। वहीं इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार के साथ राजपति देवी,अमरजीत सिंह राजा,विराट कुमार,भरत बेहरा मौजूद रहें। वहीं देर शाम भाजपा ज़िलाध्यक्ष की ओर से ज़ारी प्रेस-विज्ञप्ति में बताया गया कि विगत फ़रवरी माह में एमजीएम अस्पताल के डॉ. डीके सिन्हा द्वारा पीड़िता पिंकी रजक का पथरी का ऑपरेशन किया गया था। किंतु इलाज में बरती गयी लापरवाही की वजह से ऑपरेशन के दौरान आधी पथरी पेट में ही रह गयी। छुट्टी के पश्चात जब वो घर गयी तो दुबारा पेट में तेज़ दर्द शुरू हुई। उन्होंने पुनः डॉ. एमके सिन्हा के द्वारा एमजीएम में जाँच कराया। उन्होंने अल्ट्रासाउंड करा लेने को लिखा। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ की पथरी अबतक पेट में है और वह नली में फंसा हुआ है । संक्रमण के कारण तेज़ जॉन्डिस हो गयी है एवं पेशाब के साथ ख़ून आ रहा है। टेल्को मंडल की महिला मोर्चा अध्यक्ष सोनी रजक से जानकारी मिलने पर आज अपराह्न अस्पताल पहुँचे भाजपा ज़िलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने तुरंत अधीक्षक अशोक सिंह को दूरभाष से संपर्क कर इसकी शिकायत की और बेहतर इलाज़ हेतु टीएमएच रेफ़र करवाया। मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ज़िलाध्यक्ष ने कहा की प्रथम दृष्टया यह मामला इलाज़ में लापरवाही और तत्पश्चात मानवीय संवेदनाओं का हनन प्रतीत होता है। एमजीएम अस्पताल की अव्यवस्था की शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री से की जायेगी और दोषी डॉक्टरों पर जांचोपरान्त कार्यवाई की माँग की जायेगी। कहा कि भारतीय जनता पार्टी पीड़ित को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने को संकल्पबद्ध है।
Comments are closed.