जमशेदपुर।
वीमेंस कॉलेज के वाणिज्य विभाग में कोविड 19 का आर्थिक प्रभाव विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। गूगल मीट ऐप्लीकेशन पर शनिवार को सुबह 11.30 बजे शुरू इस वेबिनार का उद्घाटन प्राचार्या प्रो डॉ शुक्ला महांती ने किया और कहा कि यह वेबिनार सिर्फ़ भारत की आर्थिक चुनौतियों को ही संबोधित नहीं करेगा बल्कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को देखने का नजरिया भी विकसित करेगा। बीज वक्तव्य देते हुए बीएचयू के प्रोफेसर एच के सिंह ने कोविड 19 के संकटकाल में प्राचीन भारतीय आर्थिक ज्ञान और संस्कृति को आधुनिक संदर्भ में पुनः अपनाने की बात कही। दूसरे वक्ता डॉ राकेश चन्द्रा ने कोविड के बाद के दौरान में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मनरेगा जैसी योजनाओं की सहायता से संकट से बाहर निकालने की संभावनाओं पर चर्चा की। एक्सएलआरआई के डॉ अरबिंद भंडारी ने कोविड के बाद के समय में अर्थव्यवस्था को रणनीतिक तरीके से पुनर्जीवित करने में लघु और मझोले उद्योगों की महत्ता बताई वहीं दुमका काॅलेज में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ नितेश राज ने विस्थापित श्रमिकों की आर्थिक चुनौतियों से निपटने में मनरेगा की भूमिका बताई। 250 प्रतिभागी सीधे तौर पर लाईव जुड़े और विद्वान वक्ताओं से सक्रिय संवाद व प्रश्नोत्तर किया। कार्यक्रम का संयोजन विभागाध्यक्ष डॉ कामिनी कुमारी व वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ दीपा शरण ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ ग्लोरिया पूर्ति ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आईक्यूएसी की समन्वयक डॉ रत्ना मित्रा व वाणिज्य विभाग के शिक्षक डॉ छगनलाल अग्रवाल का उल्लेखनीय योगदान रहा। तकनीकी समन्वयन का कार्य बी विश्वनाथ राव ने किया।
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