JAMSHEDPUR-सरदुल ऑटो वर्क्स के प्रति एकजुटता दिखाई फैक्ट्री की जमीन पर भू माफियाओं की नजर ,उपायुक्त से मिलेगा सिख प्रतिनिधिमंडल

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जमशेदपुर। पिछले पचास सालों से दो सौ लोगों से ज्यादा को रोजगार दे रही सरदूल ऑटो वर्क्स पर भू माफियाओं की बुरी नजर लग गई है।
भू माफिया और भ्रष्ट पदाधिकारी और राजनीतिज्ञों की तिगड़ी गाहे-बगाहे इस कोशिश में लगी है कि इस फैक्ट्री को बंद करा दिया जाए । जिससे सरदूल ऑटो वर्क्स के मालिक सरदार सरदूल सिंह अपनी जमीन को बेच दें।
तकरीबन एक साल से राज्य प्रदूषण बोर्ड के द्वारा फैक्ट्री मालिक को कई बात नोटिस भेजा जा चुका है।
अब मालिक सरदूल सिंह को समझ में नहीं आ रहा है कि वह फैक्ट्री एक्ट के तहत अपने वर्क्स का संचालन करें अथवा प्रदूषण विभाग के अनुसार।
सरदुल सिंह को परेशान किए जाने की जानकारी मिलने पर गुरुवार को तखत श्री हरमंदिर साहिब जी पटना साहेब प्रबंधन कमेटी के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, झारखंड सिख विकास मंच के अध्यक्ष सरदार गुरदीप सिंह पप्पू, झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष सरदार गुरुचरण सिंह बिल्ला, खालसा क्लब के ट्रस्टी सरदार संता सिंह, प्रधान भगवंत सिंह रूबी, सिख यूथ ब्रिगेड के सरदार रंजीत सिंह, भारतीय जनता पार्टी नेता कुलवंत सिंह बंटी, झारखंड व्यापारी प्रकोष्ठ के चंचल सिंह भाटिया, भारतीय जनतंत्र मोर्चा नेता कुलविंदर सिंह पन्नू, टेंपलेट गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव सरदार सुरजीत सिंह खुशीपुर, बर्मामाइंस गुरुद्वारा कमेटी के चेयरमैन जोगा सिंह सैनी, पूर्व प्रधान सुरजीत सिंह सिते, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष निशार अहमद, मानगो मंडल अध्यक्ष फातिमा खातून अपने साथियों के साथ जवाहरनगर रोड नंबर 12 मानगो स्थित फैक्टरी पहुंचे और सरदार सर्दुल सिंह के प्रति एकजुटता दिखाई।
सरदुल सिंह ने बताया कि पिछले 50 सालों से उनकी यहां फैक्ट्री है और यहां के लोगों के द्वारा हर संभव सहयोग फैक्ट्री को मिलता रहा है। फैक्ट्री स्थापना के दौरान इलाका वीरान था और आबादी नहीं थी। लेकिन समय बीतने और आर्डर की कमी से कई कारखाने बंद हो गए और जमीन बिल्डरों ने खरीद ली और वहां फ्लैटों का निर्माण चल रहा है। उनके अनुसार बगल में स्थित फैक्ट्री को एक लकड़ी व्यापारी ने खरीद लिया और अपना घर बनाया है और अब वह लगातार फैक्ट्री के खिलाफ लिखित शिकायत जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन राज्य उद्योग विभाग प्रदूषण विभाग को कर रहा है और उसे एक राजनीतिज्ञ समर्थन दे रहा है।
इन सामाजिक संगठनों ने फैसला लिया है कि वह जिला के उपायुक्त सूरज कुमार से मिलकर वस्तु स्थिति को रखेंगे और उनसे जांच कराने का आग्रह करेंगे कि कौन पदाधिकारी इस फैक्ट्री को बंद कराने में लगा हुआ है।
इंदरजीत सिंह एवं शैलेंद्र सिंह के अनुसार लोगों को रोजगार दिलाना सरकार एवं निजी उद्योगों के लिए बड़ी चुनौती है और केवल अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बसे बसाए उद्योग को बंद कराने की कोशिश नापाक इरादा है और इसे सफल नहीं होने देना चाहिए।
इस प्रतिनिधिमंडल में ज्योतिंद्र सिंह बब्बू, कुलविंदर सिंह, इंदर सिंह इंदर, सरबजीत सिंह, सुरेंद्र सिंह शिंदे, जगजीत सिंह सोनू गुरमीत सिंह आदि शामिल थे।

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