

=उपायुक्त ने घटना पर जताया दुख प्रशासन शोक संपत परिवार के साथ
चाईबासा।जिला केे बदंगांव प्रखंड के टेबो थाना अंतर्गत चकमटोनाग गांव में स्कूल का छज्जा गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई।दोनों बच्चे तीसरी कक्षा की छात्रा थी । बच्ची का नाम प्यारी कुमारी 10 वर्ष व अनीता जोंक 7 वर्ष है। स्कूल का पीलर और छज्जा गिरने से दो बच्चों की हुई मौत की घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है उपायुक्त अरवा राजकमल ने 4 सदस्य जांच कमेटी बनाई है । जांच कमेटी में आईटीडीए के निदेशक शशि भूषण मेहता , डीएसई अनिल कुमार चौधरी, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता, वीडियो शामिल है ।घटनास्थल चक्रधरपुर अनुमंडल से 90 किलोमीटर की दूरी पर है और यह भीशन उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है। जिसके कारण घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस प्रशासन को घटनास्थल पर पहुंचने में 8 से 10 घंटे का समय लग गया। प्रतिदिन की तरह दोनों बच्चे स्कूल पहुंचे थे। दोनों बच्चों के ऊपर स्कूल का पीलर और जर्जर छज्जा गिर गया। जिसके मलबे में दबकर दोनों बच्चियों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर उपायुक्त ने वीडियो और शिक्षा विभाग को घटनास्थल पर भेजा। देर शाम पुलिस प्रशासन के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों मृत छात्राओं के शव को सदर अस्पताल लाया । उपायुक्त के निर्देश पर देर रात्रि दोनों बच्चियों के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया । एसडीओ सदर परितोष कुमार ठाकुर उपस्थिति में जांच टीम ने कौन के परिजनों को सौंपा गया । स्कूल का छज्जा गिरने से दो बच्चों की मौत घटना से पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है और इसके लिए जांच कमेटी बना दी है। जांच टीम आज घटनास्थल पर पहुंचे और जांच भी किया । उपायुक्त ने बताया कि इस मामले में जिस किसी की लापरवाही होगी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कडी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी साथ ही वह भवन कब बना- किसने बनाया दोषी अभियंता और विभाग के उपर कार्रवाई की जाएगी उपायुक्त ने कहा कि इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा जिले में ऐसे सभी स्कूल भवनों और सरकारी बिल्डिंग का स्पेशल ड्राईभ चलाकर जांच कराई जाएगी और वैसे सभी जर्जर भवनों को ध्वस्त किया जाएगा ताकि इस तरह की घटनाा की भविष्य में इस तरह की घटना की पूर्णवृत्ति ना हो।जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रदीप चौबे ने बताया कि स्कूल का छज्जा गिरने से दो बच्चों की मौत की जो घटना हुई है वह काफी दुखद है । उक्त भवन वर्ष 2006 -07 मे 4, 92 लाख की राशि से बनाया गया था । इस घटना की जांच के लिए उपायुक्त द्वारा जांच कमेटी बनाई गई है जांच रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में लापरवाही बरतने वाले और भवन निर्माण कराने वाले ठेकेदार ,अभियंता, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सचिव और प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।