
रांची।

झारखंड में आइएएस बनाम आइपीएस, एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे बाबू। वाकया बड़ा दिलचस्प है। झारखंड कैडर के सीनियर मोस्ट आइएएस अफसरों में शुमार बीके त्रिपाठी पर आरोप लगा है कि एक आइपीएस अफसर मुरारीलाल मीणा को धमकियां दी। बकायदे इसकी शिकायत कार्मिक विभाग से की गई है। त्रिपाठी अभी दिल्ली में पोस्टेड हैं और मीणा एंटी करप्शन डिपार्टमेंट के आइजी हैं। त्रिपाठी पर आऱोप है कि रिनपास मानसिक अस्पताल के निदेशक की नियुक्ति में उन्होंने गलत निर्णय लिया। उस वक्त त्रिपाठी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव थे। अब सवाल यह उठ रहा है कि प्रशासनिक निर्णयों को आपराधिक मामले में बदलने का अंजाम क्या होगा। तनातनी के इस प्रकरण ने अखिल भारतीय सेवाओं के दो महत्वपूर्ण स्तंभ के बीच लकीर खींच दी है। लाबिंग जोरों पर चल रही है। आइएएस एशोसिएशन ने इसे मुद्दा बनाते हुए होम सेक्रेट्री से शिकायत की है। उधर सीएम से भी शिकायत करने की तैयारी चल रही है। त्रिपाठी अपने ऊफर लगे आरोपों को गलत ठहरा रहे हैं लेकिन इस प्रकरण से राज्य में पदस्थापित अफसरों की गुटबाजी चरम पर है। हर ओर इसी की चर्चा है। सचिवालय से लेकर सत्ता के गलियारे तक हाकिमों के आपस की लड़ाई हाटकेक बनी हुई है। इस प्रकरण में कई और नाम भी जल्द जुड़ेंगे।
Comments are closed.