
दुरी बनी मजबूरी मतदान बहिष्कार का
संतोष अग्रवाल,जमशेदपुर,17 अप्रैल
अक्सर लोग विभिन्न समस्याओं एवं परेशानियों को लेकर मतदान का बहिष्कार करते है लेकिन संभवतः यह झारखंड का पहला क्षेत्र होगा जहाँ प्रशाशनिक सहयोग के अभाव में करीब २२३७ लोगो को मजबूरी में मतदान का बहिष्कार करना पड़ा , मुसाबनी प्रखंड के फोरेस्ट ब्लाक पंचायत के बूथ संख्या १९३ और १९४ के मतदान केंद्र का स्थानांतरण कर दिए जाने के कारण करीब २२३७ मतदाता वोट देने से वंचित हो गए , ग्रामीणों ने प्रशाशन पर लापरवाही का आरोप लगाया है ,
आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सचिव भोजो सिंह बानरा ने बताया फोरेस्ट ब्लाक के बूथ संख्या १९३ और १९४ के मतदाताओं को जो मतदाता पर्ची बांटी गयी है उसमे मतदान केंद्र का नाम प्राथमिक विद्यालय नेत्रा लिखा हुआ है और पहले से इसी जगह को मतदान केंद्र बनाया जाता रहा है लेकिन कुछ दिनों पहले अचानक से यहाँ से मतदान केंद्र स्थानांतरण कर लगभग २० किलोमीटर दूर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोमायडीह को मतदान केंद्र बना दिया गया जिसके कारण लोग मतदान से वंचित रह गए , यह पहाड़ी क्षेत्र है और यहाँ वाहनों की कोई व्यवस्था नहीं है और इतना दूर पैदल जाना ग्रामीणों की बस की बात नहीं है , इस संबंध में उन्होंने मुसाबनी बीडीओ से बात की तो उन्होंने बताया की दो गाड़ी आपके यहाँ भेजा गया है जिससे ग्रामीण मतदान केन्द्रों में जा सकेंगे जब दोपहर तक गाड़ी नहीं आई तो ग्रामीणों ने डीसि सह निर्वाचन पदाधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया की आपके क्षेत्र में चार बसे भेजी गयी है ग्रामीणों के इन्तेज़ार के बाद भी बसे नहीं पहुंची तो भोजो सिंह बानरा ने मुख्य चुनाव झारखंड पी के जाजोरिया को फोन किया तो उन्होंने इस संबंध में टका सा जवाब दिया की आप वोट देने कैसे जायेंगे यह आपकी जिम्मेदारी है वोट देने का मन है तो आप वोट दीजिए अन्यथा मत दीजिए ,
दुखी मन से भोजो सिंह बानरा ने बताया की प्रशाशन के अधिकारियों की बात में आकर ग्रामीण सुबह से शाम तक वाहनों का इन्तेज़ार करते रह गए लेकिन कोई वाहन नहीं आया और करीब २२३७ ग्रामीण मतदाता वोट से वंचित रह गए ,
यहाँ बता दे की बूथ संख्या १९३ और १९४ में कुल मतदाता २३०० है जिसमे से केवल ६३ मतदाता ही वोट दे पाए जिनके पास वाहन की व्यवस्था थी ,
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