
अजय धारी सिंह


*मधुबनी:* जहाँ पहली बार मधुबनी सीट से निर्दलीय व महिला उम्मीदवार अंबिका गुलाब यादव ने 1667 मतों से बड़ी जीत हासिल कर ली है. अम्बिका गुलाब यादव ने विधान परिषद में 3498 मत लाया. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुमन महासेठ को 1831 मत मिले और अंबिका यादव 1667 मतों से विजयी हुई. प्रथम वरीयता की मतगणना से ही अंबिका गुलाब यादव पहले नंबर पर बढ़त के साथ मजबूती से काबिज रही. आपको बता दें कि BJP ने बिहार में एकमात्र मधुबनी की सीटिंग MLC सीट JDU की दे दी थी.
*पहली निर्दलीय व महिला MLC बनकर बनाई पहचान*
MLC चुनाव में कई राउंड के बाद अंतिम परिणाम में अंबिका गुलाब यादव को ऐतिहासिक जीत मिली. अंबिका गुलाब अपने समर्थकों के साथ जब मतगणना स्थल पर पहुँची तब वहाँ समर्थकों का उत्साह देखते ही बन रहा था. जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए अम्बिका गुलाब यादव ने उनको वोट देने वाले सभी जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वे जनप्रतिनिधियों के भत्ता, मकान और अन्य सेवा का कार्य करेंगी. वहीं बिंदु गुलाब यादव ने कहा कि पिछले 3 महीने के मेहनत का ही परिणाम है कि बड़े-बड़े मंत्री और हवाईजहाज वाले नेता का कुछ नही चला. ये पंचायती राज की जीत है. प्रथम वरीयता मतों में अम्बिका गुलाब यादव को 1997 वोट व निर्दलीय सुमन महासेठ को 1445 वोट मिले, वहीं RJD के मेराज आलम को 1317 वोट, JDU के विनोद सिंह को 759 वोट, CONG के सुबोध मंडल को 134 वोट और निर्दलीय कमल भंडारी को 44 वोट मिले. शीर्ष दोनों स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार काबिज रहे, जबकि दलीय उम्मीदवार विनोद कुमार सिंह तीसरे , मेराज आलम चौथे और सुबोध मंडल पाँचवें स्थान पर रहकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से काफी पीछे रहे.
*निवार्चित MLC के पति पूर्व विधायक और बेटी जिला परिषद अध्यक्ष*
निर्वाचित MLC अम्बिका गुलाब यादव के पति गुलाब यादव झंझारपुर के पूर्व विधायक रह चुके हैं. गुलाब यादव लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन विधान परिषद के चुनाव में जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने अपनी पत्नी अंबिका गुलाब यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. इतना ही नहीं पिछले वर्ष 2021 में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में अपनी पत्नी अंबिका गुलाब यादव और बेटी बिंदु गुलाब यादव को जिला परिषद के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था. जिसमें बिंदु गुलाब यादव के जिला परिषद अध्यक्ष पद पर काबिज होने से समीकरण को अपने पक्ष में कर लिया. NDA नेताओं के लामबंदी और धमक के बाद भी बिंदु गुलाब यादव ने मधुबनी जिला परिषद अध्यक्ष पद पर शानदार जीत हासिल की थी.
*जिला परिषद जितने के बाद से ही थी नजर*
मधुबनी जिला परिषद अध्यक्ष पद जितने के बाद से ही गुलाब यादव की नजर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र मधुबनी पर थी. जिसके लिए राजद के टिकट की चाहत में उन्होंने लालू यादव तक भी अपनी बात पहुँचाही. लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला, चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव अपनी जनसभा में कई बार गुलाब यादव पर तंज कसते हुए भी नजर आए. 2020 में गुलाब यादव विधानसभा चुनाव में कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाए और चौथे स्थान पर रहे थे. लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव में भी उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था. MLC चुनाव में JDU और NDA के बड़े-बड़े नेताओं के कैम्पिंग के बाद भी परिणाम उनके पक्ष में नही गया. उधर जिला परिषद अध्यक्ष पद ने समीकरण अम्बिका गुलाब यादव के पक्ष में कर दिया था जिसका परिणाम सबके सामने है.