सुनील कुमार,पाकुङ,06 मई
प्यार के चक्कर मे लोग किस प्रकार पागल हो जाते है इसका उदाहरण पाकुङ मे देखने को मिला।ये प्यार का मामला ट्रेन शुरु हुई ।घटना के संबध मे बताया जाता है कि पाकुङ से ट्रेन मे बैठ कर दो बच्चो की मां क अपने पति जतन टुडु के साथ सिलीगुङी से आ रही थी सामने के सीट पर निकोलस मंराङी पाकुङ आ रहा था ट्रेन मे ही महिला ने अपना नम्बर निकोलस को दे दिया और यही से शुरु हुआ प्रतिदीन बात करने के सिलसिला । यही मुलाक़ात दोनों को करीब ले आया …रामजतन की पत्नी को मनमानी करने का दवाब बनाता था …लेकिन वह
नहीं सुनी तो एक शाजिस रजकर दो मई को उसके घर पंहुचा जहा किसी के पतापूछते हुए पति से पुराना मुलाक़ात की दुहाई लेकर फिर दोस्ती को मजबूत किया और सिलीगुड़ी जाने की बात कहकर रात को रुक गया …तीन मई को भी उसके घर रुका ..शाम को चार बजे पहले बड़ा बेटा को लेकर भागने ले लिए प्रलोभन दिया..नहीं मानने पर छोटे बेटा को टॉफी देने के बहाने लेकर नेपाल भाग गया अपहरण कर बच्चा चंदन टुडू को नेपाल ले गया …नेपाल से
बच्चे की माँ को फोन करना शुरू किया …इस बीच बच्चे के पिता जतन टुडू पूरा मामला को नगर थाना में बताया और मामला दर्ज कराया …तभी से पुलिस हरकत में आयी ..पिता ,माँ और प्रेमी का फोन ट्रक करने लगी … नेपाल से बच्चे को आपस लाने की बात माँ, प्रेमी से बोली और विस्वास दिलाई की किसी तरह का मुकदमा नहीं होगा ….पुलिस हर खबर से हरपल अवगत हो रही थी बच्चे को लेकर अपहरण कर्ता और कथित प्रेमी निकोलस मरांडी पाकुड़ पंहुचा और तोड़ाई पहुचकर माँ को बुलाया ..पुलिस भी पीछा किया …लेकिन वहा से बच्चे को लेकर निकोलस मरांडी हिरनपुर ओटो स्टेंड पंहुचा …वहां से एसटीडी से फोन कर बुलाया ..पुलिस फ़ौरन घेराबंदी कर किडनेपर को गिरफ्तार

