
कुतलेश पाण्डेय
कोडरमा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सभी समस्याओं का समाधान विकास से संभव है। इस को ध्यान में रखकर हमने विकास के साथ सुषासन, पारदार्षिता और जबावदेही को प्रत्येक स्तर पर सुनिष्चित करने की ठानी है। 15 अगस्त से पहले हरेक पंचायत सचिवालय काम करने लगेगा। इसी के लिए हरेक 3 माह में सूबे के सभी जिला मुख्यालयों में गरीब-कल्याण मेला लगेगा। ऐसे मेले प्रखण्डो और पंचायतो में भी आयोजित होना चाहिए ताकि सही लाभुको का चयन पारदर्षी तरीके से सुनिष्चित हो सके। वे आज कोडरमा समाहरणालय परिसर में आयोजित द्वितीय गरीब कल्याण मेला में संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कोडरमा शीघ्र ही आर्थिक रुप से समृद्ध जिला बनेगा। कोलकात्ता से अमृतसर तक बनने वाले ईस्ट-वेस्ट इकाॅनोमिक काॅरीडोर कोडरमा से ही गुजरेगा। करमा में स्थित अस्पताल को शीघ्र ही मेडिकल काॅलेज का स्वरुप दिया जायेगा। कौषल विकास के लिए युवाओं को नवोन्भेबी विचारों के साथ आगे आने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि टाटा और ओरेकल कंपनियाँ इस दिषा में आगे आ रही है, कोडरमा जिले के युवाओं को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोडरमा जिले में अभरख खद्ानों की निलामी ई0आॅक्सन के माध्यम से पारदर्षी तरीके से सुनिष्चित किया जायेगा।

गरीब कल्याण मेला में 1206 लाख की परिसंपत्तियों का वितरण
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 1206 लाख की परिसंपत्तियों का वितरण भी किया साथ ही 12652.573 लाख़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी चिकित्सा योजना के तहत दो लाभुकों को 4.38 लाख का चेक वितरण किया साथ ही कर्मकार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत मेधावी पुत्र/पुत्री छात्रवृति योजनान्तर्गत एवं निबंधित महिला एवं पुरूष श्रमिकों के बीच 25 हजार रूपये का चेक वितरण किया। मुख्यमंत्री द्वारा अंत्येष्टि सहायता, मातृत्व प्रसुविधा, केसीसी, मुद्रा योजना, जनधन योजनाओं में ओवर ड्राफ्ट, गृह ऋण, शिक्षा ऋण योजनान्तर्गत लाभुकों के बीच चेक का वितरण भी किया एवं मत्स्य विभाग द्वारा क्रियान्वित रियरिंग तालाब योजना, मछुआ आवास योजना एवं जलाशय मत्स्य का विकास योजना के तहत केज निर्माण के लाभुकों के बीच 111.97 लाख की राशि का वितरण चेक के माध्यम से किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 50 किसानों के बीच रसीद का वितरण किया गया।
70 पोषण सखियों को मुख्यमंत्री ने दिया नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 70 पोषण सखियों का नियुक्ति पत्र का भी वितरण किया गया साथ ही 30 लाभुकों को विधवा सम्मान पेंशन योजना के तहत पेंशन कार्ड का वितरण किया गया।
उन्होने कहा कि विकास कार्य में जनता की भागीदारी जरुरी है। इसी के तहत ‘‘गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में’’ और ‘योजना बनाओ अभियान’ शुरु किया है। जिसका नतीजा है कि 1.67 लाख डोभा का निर्माण हुआ है और लगभग 1000 तालाब का जिर्णोधार हुआ है। बरसात के बाद पूरे राज्य में 4 लाख डोभा और 60 हजार तालाबो का जिर्णोधार का लक्ष्य रखा गया है। वृक्ष लगाओ अभियान इसी की कडी है। उन्होने सबो से अनुरोध किया कि पांच -पांच वृक्ष लगाकर मानव और प्राकृतिक के अंतर संबंध को और मजबूती प्रदान करें।
12652.573 लाख़ की योजनाओं का हुआ शिलान्यास और उद्घाटन
सरकार ग्रामीण स्व-रोजगार के लिए किये जा रहे सरकार के प्रयासो की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि लकडी का काम करने वाले स्वयं समूह सहायता के द्वारा सरकार के निर्धारित माॅडल के बेंच डेस्क स्थानीय विद्यालयों में आपूर्ति किये जायेगें। इसके अलावे राज्य के अस्पतालो, मेडिकल काॅलेजो में कंबल बेडसीट इत्यादि की आपूर्ति भी झारक्राफ्ट के माध्यम से स्वयं समूह सहायता के द्वारा किया जायेगा।