– बन्नो के हाथों में मेहंदी, चेहरे पर लगी हल्दी, खुशियों में छलके आँसू
– महिला सशक्तिकरण की अप्रतिम उदाहरण पंद्रह मातृशक्ति का हुआ सम्मान
जमशेदपुर.
समाधान संस्था के तत्वावधान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के तहत शनिवार की शाम सिदगोड़ा टाउन हॉल में कन्याओं के लिए हल्दी, मेहंदी की रस्म पूरी की गई। वहीं, रविवार को 15 जोड़े एक-दूजे के होंगे। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गणेश पूजन के पश्चात हल्दी मेहंदी की रस्म के साथ संगीत संध्या का भी बेहतरीन आयोजन हुआ। इस दौरान उपस्थित बेटियों ने कहा कि हमारे लिए मेहंदी, हल्दी और संगीत की रस्म का यहां बेहतरीन आयोजन हुआ जो हमेशा याद रहेगा। शाम सात बजे संगीत संध्या की शुरुआत में विवाह संस्कार के गीतों के अलावे डीजे और पंजाबी ढोल की धुन पर लोगों ने ठुमके लगाए। मौके पर गीत-संगीत नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसमें मुख्यत: मेहंदी है रचने वाली…, गोरिये तू किन्नी गोरिये…, दिल्ली वाली गर्लफ्रेंड…, समेत कई क्षेत्रीय गीतों से परीसर सराबोर रहा। इसके अलावा ढोल, डीजे की धुन और गानों पर समाधान के सदस्यों समेत युवतियों के परिजनों ने जमकर मस्ती की। 15 जोड़ों का सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम रविवार को संपन्न होगा। इससे पूर्व संगीत संध्या का विधिवत उदघाटन मुख्य समाधान संस्था के सदस्यों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। आयोजन के पश्चात आंगतुकों के लिए अल्पाहार का भी प्रबंध रखा गया था। इस दौरान बेटियों संग उनके परिजनों और अन्य आंगतुकों ने लजीज़ गोलगप्पे, छोले भटूरे, गुलाब जामुन इत्यादि का आनंद उठाया।
● केवल औपचारिकता नहीं बल्कि परिवार की तरह जिम्मेदारी निभाती है समाधान : बीना अरुण ख़िरवाल
हल्दी, मेहँदी और संगीत कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान अपने स्वागत संबोधन में संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष बीना अरुण ख़िरवाल ने सामूहिक विवाह आयोजन को दहेज़ कुरीति के विरुद्ध सशक्त अभियान बताया। कहा कि समाधान बेटी बचाओ अभियान से प्रेरित है और महिला सशक्तिकरण की दिशा में संकल्पबद्ध है। बताया कि समाधान की सामूहिक शुभ विवाह आयोजन का यह पाँचवाँ वर्ष है। संस्था सामूहिक विवाह आयोजन के नाम पर केवल औपचारिकता नहीं निभाती बल्कि एक जिम्मेदार परिवार की तरह बेटियों की जिम्मेदारी भी निभाती है।
● इन बेटियों के हाथों रची मेहँदी
इन्दुमति, बबिता, संजना, पूनम, द्रौपदी, रौशनी, संगिता, अनीता, मुनमुन, संगिता, सुनिता, हीरा, खुशबू, मधुवती, लक्ष्मी। कल सामूहिक शुभ विवाह के दौरान पंद्रह जोड़ें समाधान के मंडप में फ़ेरे लेंगे।
● महिला सशक्तिकरण के निमित्त उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए इन महिला विभूतियों का हुआ सम्मान
विजय शर्मा (विश्लेषक एवं लेखिका), अर्पणा संत सिंह ( संपादक सह प्रकाशक, गृहस्वामिनी पत्रिका), सुश्री नीतू दूबे (आर्ट्स एवं पेंटिंग), डॉ निधि श्रीवास्तव (मनोवैज्ञानिक सह प्राचार्य, विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल), कृष्णा सिन्हा (संगीत एवं कला संस्कृति), प्रतिमा महानंद (सर्प मित्र), मेघना श्रीवास्तव (सर्प मित्र), डॉ. रजनी बगई ( लेप्रोस्कोपिक एवं गायनिक सर्जन), बी. उमा माहेश्वरी (नृत्य एवं कला-संस्कृति), रीना वेदागिरी (संस्थापक, जमशेदपुर वीमेंस क्लब), डॉ. आशा गुप्ता ( डॉक्टर सह साहित्यकार ), कामिनी सिंह ( पर्यावरण एवं वन संरक्षक ), मोंद्रिता चटर्जी (समाजसेवा), शीला श्रीवास्तव (शिक्षाविद सह साहित्यकार), अनीता मुर्मू (कृषक सह समाजसेवी)।
● इन्होंने दी रंगारंग प्रस्तुतियाँ
कीविज़ डांस अकेडमी, सन्नी डांस ग्रुप, ज्योति अधिकारी डांस ग्रुप, आर्या ग्रुप, फ्यूज़न डांस ग्रुप से जुड़े कलाकारों ने कार्यक्रम में विभिन्न गीतों पर मनमोहक प्रस्तुति देते हुए मन मोहा।
Comments are closed.