जमशेदपुर।
राज्य में सिखों से ज्यादती, दुर्व्यवहार और अपमान की घटनाओं की बढ़ोतरी होने से भगवान सिंह ने गहरी चिंता जाहिर की है। गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के प्रधान भगवान सिंह ने एक बयान जारी कर तल्ख तेवर दिखाते हुए कहा है कि सिखों के साथ दुर्व्यवहार और अपमान सिख कौम हर्गिज बर्दाश्त नही करेगी।
उन्होंने बोकारो में हुई सिख छात्र करणदीप सिंह के साथ हई घटना की भर्त्सना करते हुये कहा कि
झारखंड के जिला बोकारो के दुग्दा स्थित सीबीएसई दसवीं के परीक्षा केंद्र पं. बा. पा. सरस्वती शिशु मंदिर दुग्दा बोकारो के प्रिंसिपल ने डीएवी स्कूल बोकारो के छात्र करण दीप सिंह के धार्मिक अधिकारों का हनन करते हुए कृपाण उतरवाने के बाद परीक्षा में शामिल होने दिया। प्रिंसिपल की जिद और अकड़ के सामने बेबस करणदीप ने अपने भविष्य को देखते हुए कृपाण उतार दी। भगवान सिंह ने कहा कि न्यूज़ीलैंड, कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड और कई अन्य देशों में सिखों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है वहां पर उनको कृपाण और पगड़ी धारण करने की पूरी छूट दी जाती है परंतु यह विडंबना है कि यहां कुछ लोग जानबूझकर सिखों का अपमान करने का काम करते हैं। गुरु गोविंद सिंह के आदर्श सिद्धांत उसूलों के अनुसार ही सिख जीता है और मरता है। इस देश की आजादी एवं देश की रक्षा में सिखों क्या भूमिका है यह बताने की आवश्यकता नही हैं यह जगजाहिर है।
उन्होंने कहा कि पूरी सिख कौम सरकार से मांग करती है कि सरस्वती शिशु मंदिर का प्रधानाचार्य अपने किये पर माफी मांगे और स्कूल प्रबंधन उसको तत्काल प्रभाव से बर्खाश्त करे।
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