■कुष्ठ रोगी का जल्द पहचान कर इलाज शुरू करने से दिव्यांगता से बचाया जा सकता है- डॉ राजीव महतो, जिला कुष्ठ परामर्शी*
——————————————————— सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहरागोड़ा में एक दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य तथा चर्म रोग जाँच शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर का उद्घाटन मनोचिकित्सक डॉ0 दीपक कुमार गिरि तथा जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो ने संयुक्त रूप से किया गया।
डॉ0 गिरि ने बताया कि मानसिक रोगियों से भी समान्य रोगी जैसा व्यवहार करने तथा नियमित रूप से दवा का सेवन करने से यह बिल्कुल ठीक हो सकता है।
डॉ0 राजीव ने मौके पर उपस्थित लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुष्ठ रोग छुने से नहीं फैलता है और न यह पिछले जन्म का पाप से कोई संबंध है।इसका ईलाज सभी सरकारी स्वास्थ केन्द्रों में निशुल्क है तथा दवा एवं परामर्श भी निशुल्क उपलब्ध हैं ।उन्होंने बताया की कुष्ठ रोग का जल्द इलाज कराने से दिव्यांगता से बचाया जा सकता है ।
पीएमडब्लू चंदन मन्ना के द्वारा कुष्ठ रोग से दिव्यांग हुए मरीजों को सेल्फ केयर करवाया गया तथा सेल्फ केयर के महत्व की जानकारी भी दी गई । कुष्ठ रोगियों को गर्म चीजों को हाथों से न पकड़ने तथा ठण्डे मे आग सेकने मे सावधानी बरतने को बोला गया। उनके द्वारा रिकन्सट्रक्टिभ सर्जरी के बारे में बताया गया। इस सर्जरी के द्वारा कुष्ठ रोगियों के हाथ, पैर तथा आँखों की दिव्यांगता को दूर किया जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य शिविर में 1 नया तथा 3 पुराने मरीजों को नि:शुल्क दवा एवं परामर्श उपलब्ध कराया गया।चर्म रोग जाँच शिविर में 5 मरीजों को एमडीटी के साथ साथ एमसीआर चप्पलें भी उपलब्ध कराया गया। जिला स्वास्थ्य टीम ने एचडब्ल्यूसी नलदोहा,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र- कोकपाड़ा तथा एचडब्ल्यूसी केशरदा,बहरागोड़ा का औचक निरीक्षण किया।वहाँ पर सीएचओ सीतुमनी बेहरा उपस्थित थी।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पीएमडब्लू चंदन मन्ना, पवन कुमार तथा संजय चटर्जी का अहम योगदान रहा।
अगला मानसिक स्वास्थ्य तथा चर्म रोग जाँच शिविर 09 नवम्बर 2021 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बहरागोड़ा में आयोजन किया जाएगा।

