
संवाददाता.जमशेदपुर.27 दिसबंर
जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज का आज 75 वर्ष पूरा होने पर सिदगोड़ा टाउन हॉल में प्लैटिनम जुबिली सम्मेलन का माननीय सांसद विद्युत वरण महतो ने दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन के प्रथम सत्र का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह मंे श्री महतो ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा सबसे अहम है। श्री महतो ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती, 17 सितम्बर के लिए राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की बात संसद में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोगों को सरकारी नौकरी में बहाल के लिए कागजी परीक्षा ना लेकर मौखिक परीक्षा लेनी चाहिए क्योंकि ये परिवार से प्रशिक्षित इंजीनियर होते हैं। उन्होंने कहा कि 75 वर्ष पुराना सामाजिक संगठन शहर के लिए आन, बान व शान है।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कृषि व आवास मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा, संगठन और संघर्ष समाज को जोड़े रखता है। विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के अध्यक्ष छेदी लाल शर्मा ने जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज के 75 वर्ष पूरा होने पर समाज के एकजुटता और संगठन मजबूती को देखते हुए बधाई दी, उन्होंने कहा कि यहां के संगठन में युवाओं को आगे देखकर काफी राहत महसूस कर रहा हूँ कि हमारा समाज और आगे बेहतर तरीके से बढ़ेगी। जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज व झारखंड विश्वकर्मा समाज के अध्यक्ष अरूण कुमार ठाकुर ने अपने स्वागत भाषण में जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज की 75 वर्ष की उपलब्धियों के बताते हुए संतोष व्यक्त किया है। श्री ठाकुर ने कहा कि समाज को टाटा स्टील द्वारा अन्य समाज के तरह जमीन उपलब्ध हो सके।
उन्होंने इस मौके पर समाज में उत्कृष्ट एवं अलग-अलग क्षेत्र में पहचान बनाने वाले समाज के लोगों को पूर्व में दिए गए उपाधि से अलंकरित करते हुए प्रमाण-पत्र के सम्मानित किया है। जिसमें कुल भाष्कर अनुप लाल शर्मा व लखन विश्वकर्मा, कुल भूषण रामेश्वर शर्मा व राम वृक्ष ठाकुर, कुल गौरव रमेश शर्मा व चन्द्रभूषण शर्मा, समाज रत्न अरूण कुमार ठाकुर व अर्जुन शर्मा एवं समाज सेवा शिखर सम्मान से लक्ष्मी निधि को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर समाज के सोलह क्षेत्रों के अध्यक्षों को मसाल के साथ मर्लायपन कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी अर्जुन शर्मा जैसे कई नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गंगाप्रसाद शर्मा, गौतम सागर राणा, संजय शर्मा, युवा अध्यक्ष अनिल शर्मा, सूर्यदेव शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा महिला अध्यक्ष श्रीमती आशा ठाकुर, दिनेश शर्मा, रामजी विश्वकर्मा, संजीव शर्मा, श्यामप्रकाश राणा, राजेश शर्मा, बृजमोहन प्रसाद शर्मा, राजेन्द्र मिस्त्री, दीनानाथ शर्मा, ए.के. विश्वकर्मा, देवनाथ शर्मा, आदि शीर्ष सामाजिक नेता उपस्थित थे। इस मौके पर जवाहर लाल शर्मा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। समाज द्वारा किए गए कार्याें का विवरण स्मारिका में दिए गए का विमोचन माननीय सांसद विद्युत वरण महतो व पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के हाथो किया गया। प्रथम सत्र के समापन समारोह में करीब सत्रह (17) लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए तथा इस कार्यक्रम में लगभग उन्नीस सौ छत्तीस (1936) देश के विभिन्न राज्यों के समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी पंजीकरण कराके उपस्थिति दर्ज करायी।
द्वितीय सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम मंे समाज के बच्चों ने अपने कला का प्रदर्शन समाज में उपस्थित लोगों के सामने प्रस्तुत किया। जिससे लोगों ने काफी सराहा। समाज के सह प्रवक्ता दिनेश शर्मा ने बताया कि कल समाज के लगभग नौ से दस हजार लोग जुटेंगे जिसमें समाज का वनभोज, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी होगी।
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