
विलुप्त जातियों पर शराब माफिया का हुआ शिकार, चुलाई के क्रम में बुरी तरह झुलसा ।
सुदेश कुमार ,सरायकेला- खरसांवा (चांडिल),05 सिंतबंर
सरायकेला-खरसांवा जिला के चाण्डिल प्रखण्ड के नीमडीह थाना क्षेत्र के गांव लुपूंगडीह में देशी महुआ शराब चुलाई बड़े पैमाने पर है अवैध शराब माफियाओ का राज प्रशासनिक निगरानी में चल रहा । सुत्रो के अनुसार एनएच 32 लुपूंगडीह स्थित शराब माफिया जितु गोप के पास जोपो खाडि़या शराब चुलाई का काम करता है । शनिवार की रात को शराब के लिए जावा को गर्म कर रहा था । अचानक गर्म जावा में गिरने से गंभीर पूर्व से झुलस गया । यह मामल प्रशासन के प्रकाश में न आये इसके लिए घायल आदिम जनजाती सवर का इलाज झोला छाप स्थानीय डाॅक्टर से जितु गोप के गुप्त स्थान कराया जा रहा है। गुप्त सुत्र के अनुसार घायल जोपो खडि़या को अपने परिवार से भी नही मिलने दिया जा रहा है । बिगत दो दिनों तड़़प रहे है लेकिन उच्चतर इलाज की किसी भी प्रकार की व्यवस्था नही कराया जा रही है। माफिया की इस तरह की ईलाज से मंशा साफ है कि जोपो खडि़या की ईलाज के दौरान किसी प्रकार की हादसा होती है इस जानकारी प्रेस के द्वारा नीमडीह थाना प्रभारी टीपी कुशवाहा को दिया गया । थाना प्रभारी द्वारा जांच के बाद जनकारी दिया गया । जोपो खडि़या 70 प्रतिशत स्वस्थ्य है । किन्तु शराब माफिया के उपर किस तरह की प्रसाशनिक कार्रवही नही की गई इसकी जानकारी नही दी।
सुत्रो से जानकारी प्राप्त अनुसार नीमडही थाना के अधीन लुपूंगडीह गांव में कुल 8 देशी अवैध शराब भटटी चलाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के मिली भगत से शराब माफीया के दंबगाई से दिन दहाड़े शराब की चुलाई कर मोटर साईकिल से गांव गांव सप्लाई करते है। कुछ माह पुर्व देशी शराब पीने से तीन सवर की मौत हुई थी। जहॉ झारखंड सरकार द्वारा आदिम जनजाती के विकास के लिए करोड़ो रूपया खर्च करती है । स्वरोजगार के लिए कई स्वंय सेवी संस्था कार्यरत है फिर भी इन विलुप्त जाति को इन शराब माफिओं का शिकार हो रहे है ।
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