*अजय धारी सिंह
*मधुबनी:* बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस वक्त बिहार की यात्रा पर निकले हैं। उसी कड़ी में रविवार को वे वैशाली से समस्तीपुर और दरभंगा होते हुए देर रात मधुबनी पहुंचे। मधुबनी में तेजस्वी यादव की सभा करीब 4 बजे रखी गई थी, लेकिन वो देर रात 10 बजकर 30 मिनट के करीब मधुबनी पहुंचे। देर होने के कारण तेजस्वी यादव मधुबनी की अपनी सभा नही कर सके और रात्रि विश्राम के लिए सुपौल निकल गए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का रविवार दोपहर करीब 4 बजे के करीब मधुबनी आने का कार्यक्रम था। लेकिन वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा के रास्ते में राजद के कार्यकर्ता, नेता और आम लोगों के हुजूम के कारण देर होते हुए देर रात 10 बजकर 30 मिनट के करीब मधुबनी पहुंचे। 6-7 घंटे विलंब से तेजस्वी यादव के मधुबनी पहुंचने से काफी समर्थक अपने घर चले गए थे। लेकिन फिर भी देर रात तक तेजस्वी यादव के लिए हजारों लोगो की भीड़ जमी हुई थी। तेजस्वी यादव अपने बस में सबसे आगे पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के साथ बैठे हुए थे। वहीं बस में साथ यात्रा कर रहे राज्यसभा के सांसद मनोज झा खिड़की के अंदर से हाथ हिलाकर लोगो का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। पूरे काफिले में 70 से 80 छोटी बड़ी गाडियां साथ चल रही थी। देर होने के कारण तेजस्वी यादव अपनी सभा नही कर सके। वहीं तेजस्वी सकरी से पंडौल और मधुबनी शहर होते हुए रात्रि विश्राम के लिए सुपौल निकल गए।
आपको बता दें कि इससे पहले रविवार शाम को बिहार सरकार के पूर्व उद्योग मंत्री सह स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा की बिहार के राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव मधुबनी आ रहे हैं। तेजस्वी यादव के जन विश्वाश यात्रा के दौरान मधुबनी आगमन से पहले बिहार भ्रमण के दौरान बिहार के जनता ने स्पष्ट संकेत दिया है की बिहार की जनता बदलाव चाहती है। बिहार की जनता ने जदयू की 17 साल की सरकार और राजद की 17 महीने की सरकार दोनो को देखा है। बिहार भ्रमण के दौरान बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को अपार जनसमूह ने जो स्नेह दिया है, उससे जनता का विश्वाश दिखता है। तेजस्वी यादव ने बिहार के हर तबके को साथ लेकर कैसे चलना है वो दिखा दिया है। अगर राजद और महागठबंधन के लोग साथ रहे तो हम 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा के चुनाव में आसानी से जीत हासिल कर सकते हैं।


