
आनन्द कुमार ,चाईबासा,(बड़बिल) 04सिंतबर
: दक्षिण पूर्वी रेलवे की चक्रधरपुर रेल मंडल क्षेत्र की मुर्गा महादेव रोड रेलवे स्टेशन (बिलाईपदा स्थित) में जाने को लेकर कोई सड़क नही होने के कारण यात्री हर दिन जान हथेली पर ले कर एक बिना फाटक के रेल लाइन से गुजरने को मजबूर हैं .फाटक पर अप लाइन की ओर से आने वाली गाड़ियों को तीखे मोड़ से गुजरनी होती है और फाटक से गुजरने वालों को पता भी नहीं चलता की ट्रेन आ रही है और दुर्घटना घट जाती है .हर दिन बड़बिल पुरी इंटरसिटी ट्रेन के अप और डाउन ट्रेन को पकड़ने के लिए आस पास क्षेत्रों से सेकोंडों यात्री आते हैं जो स्टेशन तक सड़क नहीं होने के कारण काफी लंबा रास्ता तय कर जानलेवा फाटक से गुजरते हैं . यात्रियों के अलावा उसी फाटक पर नजदीकी भागलपुर,बालिता,गोवर्धनपुर आदि गाँव के ग्रामीण भी निर्भर करते हैं और कई दुर्घटनाओं के बाद फाटक की मांग भी उठती रही है पर दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कभी उस पर ध्यान नही दिया है. इन्ही गाँव के बच्चे भी स्कुल इसी जानलेवा फाटक को पार कर के जाते हैं . छोटी छोटी जरूरतों के लिए ग्रामीण इस फाटक से गुजर कर बिलाईपदा के बाज़ार को आते हैं . प्रति दिन लगभग 45 से 50 माल गाड़ियों यहाँ से गुजरतीं हैं .अब दक्षिण पूर्वी रेलवे की अपनी रेलवे स्टेशन 2009 से बनने के बाद से यात्रियों के लिए न स्टेशन में कोई सुविधा मुहैया कराई गई है और न यात्रियों को स्टेशन तक पहुँचने के लिए कोई रास्ता दिया गया है . टाटा स्पंज एक फुटवर ब्रिज बनाई है जो सड़क के साथ स्टेशन को नहीं जोडती है . मुर्गामाहदेव स्टेशन से रेलवे को प्रतिमाह 2 से 2.5 करोड़ रुपये की राजस्वा की प्राप्ति होती है .ट्रेन की टिकट की बिक्री प्रतिमाह एक ट्रेन इंटर सिटी से लगभग 45 से 50 हजार रुपये के आप पास की बताई गई है . यात्री और ग्रामीण हर दिन जान हथेली पर ले कर जानलेवा फाटक से गुजरने को मजबूर हैं .
• अब तक स्टेशन जाने का कोई रास्ता नही
• हर दिन सेकोंड़ो यात्री बिना फाटक के रेलमार्ग को पार कर जाते हैं स्टेशन
• कई गाँव को जाने का भी है रास्ता ‘‘बिना फाटक का रेलमार्ग’’
• अब तक रेलमार्ग से गुजरने के दौरान कईयों ने गवाई है अपनी जान
• राजस्वा करोंड़ों का सुविधायें जर्जर
• यात्रियों के साथ स्कूली बच्चे तथा ग्रामीण भी मजबूर बिना फाटक के मार्ग से जाने को
• 15 से भी ज्यादा गाँव के ग्रामीण है मुर्गा महादेव स्टेशन पर निर्भर

मुर्गा महादेव स्टेशन की जानकारी :-
राजस्वा प्रतिमाह : 2 से 2.5 करोड़
प्रतिमाह यात्री टिकट (एक ट्रेन की ) : 45 से 50 हजार
प्रतिदिन आवाजाही गाड़ियों की संख्या : 45 से 50
स्टेशन बना : 2009 में
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