अजीत कुमार
जामताड़ा में आचार संहिता का घोर उल्लंघ हो रहा है. घोषणा के ६ दिन
बाद भी नहीं हटा बैनर,पोस्टर, होर्डिंग और दीवाल लेखन. आयोग के निर्देश
की परवाह नहीं है प्रशासन को . लगातार जिला प्रशासन समय सीमा बढा रही
है. आयोग द्वारा अधिसूचना ५ मार्च को जारी कर दिया गया है. जिला
प्रशासन ने राजनितिक पार्टी के साथ बैठक कर आचार संहिता के अनुपालन के
बावत पाठ पढ़ाते हुए ४८ घंटे का अल्टीमेटम दिया और प्रेस कांफ्रेंस कर
जानकरी दी. लेकिन ६ दिन बीत जाने के बाद भी राजनितिक दलों पर असर नहीं
हुआ और नियमो की अनदेखी की जा रही है. जिसका विरोध समाजसेवियों द्वारा की
जा रही है. दूसरी ओर जिला मुख्यालय में अब भी जेएम्एम्, बीजेपी, आजसू, जेवीएम के
झंडा, बैनर,फ्लेक्स और दिवाल लेखन से सरकारी सम्पति एवं सार्वजनिक स्थल
पटा हुआ है.. जिसे न राजनितिक दलों ने हटाया और न ही प्रशासन ने हटवाने
का काम किया है. नियमो की धज्जी उड़ रही है और प्रशासन तमाशवीन बना हुआ
है. इस बावत एसपी नागेन्द्र चौधरी ने बताया की कोई संबिधान से ऊपर नहीं
है कार्रवाई होगी. बहरहाल सवाल यह उठता है की आयोग के निर्देश पर २४ घंटे में
कार्रवाई होनी थी ,जिला प्रशासन स्थानीय स्तर पर समय सीमा में छुट दे
सकती है, पर समय सीमा की में छुट की अवधी ऐसे ही बढती रही तो चुनाव
संपन्न हो जाएगी और आयोग के निर्देश की धज्जियाँ उडती रहेगी.
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