जमशेदपुर 10 जून।
आनंद मार्ग प्रचारक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी ने भारतवर्ष मे योग दिवस के अवसर पर 1008 जगहों पर योग प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। महासचिव आचार्य चित्स्वरूपानंद अवधूत ने यह जानकारी कैंप ऑफिस रांची में 10 जून शनिवार दिया। उन्होंने बताया कि योग शारीरिक, मानसिक और आत्मिक तीनों स्तर पर अपना कार्य करता है। योग का मूल उद्देश्य शारीरिक शक्ति का मानसिक शक्ति में और मानसिक शक्ति का आत्मिक शक्ति में रूपांतरण करना है। योग के लिए प्रारंभ में शारीरिक शुद्धि अत्यावश्यक है। शारीरिक शुद्धि के लिए उपवास ,स्नान विधि, सात्विक भोजन और नैतिक नियम का पालन आवश्यक है। इसके बाद ही व्यक्ति का मन साधना के लिए तैयार होता है। आहारशुद्धि और नैतिक नियमों के पालन किए बगैर योग का अभ्यास करना व्यक्तिगत और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्याधिक क्षतिकर है आनंदमार्ग के आचार्य गण इन्हीं विचारों को भारतवर्ष एवं विश्व के 180 देशों में कार्य कर रहे हैं। विश्व के अधिकांश देशों के नागरिक भारतीय संस्कृति और योग के इस वैज्ञानिक विधा को अपनाकर अपने जीवन को सुंदर बना रहे हैं।
Comments are closed.