मधुबनी।
मधुबनी के डीएम शर्षित कपिल अशोक ने योगदान करने के साथ काफी जोश के साथ काम करना शुरू कर दिया है प्रखंडो का ताबड़तोड़ औ चक निरीक्षण करना शुरू कर दिया है कल खौजौली प्रखंड का निरीक्षण किया था औऱ आज झंझारपुर प्रखण्ड व अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। डीएम 11 बजे झंझारपुर प्रखण्ड कार्यालय में अचानक पहुंचे डीएम गाड़ी से उतरकर सीधे प्रखण्ड कार्यालय में गए। उनके पीछे झंझारपुर के एसडीओ बिमल कुमार मंडल व एएसपी निधि रानी भी थीं। डीएम ने बारी- बारी प्रखण्ड, अंचल कार्यालय से लेकर आरटीपीएस, टीपीसी भवन, ई किसान भवन, एसएफसी गोदाम व बीआरसी में संचालित प्रखण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में जहां प्रखण्ड कार्यालय के पांच कर्मचारी व अंचल कार्यालय के चार कर्मचारी अनुपस्थित पाये गए, वहीं बीईओ भी गैरहाजिर थे। डीएम ने अनुपस्थित सभी कर्मियों के वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया है। उन्होंंने एसडीओ को बीईओ का भी वेतन स्थगित कर उनके बिरुद्ध विभागीय कार्रवाई का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। डीएम ने पत्रकारों से बातचीत में प्रखण्ड व अंचल कार्यालय से लेकर बीईओ कार्यालय के काम काज पर गहरा असंतोष जताया है। डीएम की मानें तो यहां के किसी कार्यालय में कार्यसंस्कृति ठीक नहीं है। औचक निरीक्षण को पहुंचे डीएम सबसे पहले बीडीओ व सीओ को खोजा, लेकिन दोनों अधिकारी गैरहाजिर थे। पूछने पर कर्मियों ने दोनों के किसी ट्रेनिंग में जाने की बात कही। इसके बाद वे प्रखण्ड के प्रधान सहायक के कक्ष में घुसे और कक्ष खाली देख बिफर उठे। उन्होंंने तत्काल वहीं पर प्रखण्ड व अंचल कार्यालय के कर्मियों की हाजिरी बही मंगायी। हाजिरी बही में गैरहाजिर कर्मियों के हाजिरी को काट दिया। डीएम प्रधान सहायक के कक्ष में छज्जा पर बेतरतीब रखे अभिलेखों को देख भड़क उठे और सख्त नाराजगी जतायी। वहां से निकल डीएम पर्यवेक्षक कक्ष में गए और फिर प्रखण्ड कार्यालय के सहायकों के कक्ष का जायजा लिया। कार्यसंस्कृति का जायजा लेने के बाद डीएम बगल में स्थित अंचल कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। dm के इस औचक निरीक्षण से कर्मचारियों में हड़कंप मची हुई है।फिर मधेपुर प्रखंड का निरीक्षण किया साथ ही बकुआ में हो रहे कटाव का नाव से निरीक्षण किया ।
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