जमशेदपुर।
जिले के उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि बेकार (डिस्फंक्शनल) शौचालयों से कार्यात्मक बनाए गए शौचालयों की सूची, हटाए गए शौचालयों की सूची एवं डिस्फंक्शनल पाए गए शौचालयों को किस रूप में निर्मित किया जाना है इसकी विस्तृत सूची सभी प्रखंड से उपलब्ध कराई जाए। पंचायत, प्रखंड तथा दोनों प्रमंडलों से संकलित की गई सूची समर्पित करने का स्पष्ट निर्देश उन्होंने दिया। उपायुक्त जिला समन्वय समिति की बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत स्लिप बैंक सर्वेक्षण की समीक्षा के क्रम में बोल रहे थे। विकास से संबंधित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आज जिला समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई। उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी गणों को निर्देश देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत तय किए गए कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया जाए। बेकार से कार्यात्मक बनाए गए शौचालयों की एंट्री सभी प्रखंडों में सुनिश्चित करना, दोनों प्रमंडलों में संकलित सूची को राज्य सरकार को उपलब्ध कराना और बेकार चिन्हित किए गए शौचालयों को किस प्रकार कार्यात्मक किया जाना है इसकी स्पष्ट रूप रेखा तैयार कर आगामी सप्ताह में उपलब्ध कराने का निर्देश उपायुक्त ने दिया। इस कार्य के लिए सभी प्रखंड से कंप्यूटर ऑपरेटरों को कल जिला में प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्देश भी उन्होंने दिया।
सभी प्रखंडों में शौचालय निर्माण की स्थिति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक संसाधन सामग्री और फंड सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं जमीनी स्तर पर शौचालय निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी को पूरी क्षमता के साथ योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर वरीय पदाधिकारियों के निर्देश का समय अनुपालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस संदर्भ में उप विकास आयुक्त सूरज कुमार ने कहा कि प्रखंड के जे0 ई0 अथवा सहायक अभियंता के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी या अंचलाधिकारी की तरफ से प्राप्त निर्देशों का अनुपालन प्राथमिकता से किया गया अन्यथा कार्रवाई तय है। साथ ही तकनीकी पक्ष के विषय में भी प्रखंड विकास पदाधिकारियों की स्पष्ट प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश उपस्थित अभियंताओं को दिया। इस क्रम में मुसाबनी एवं डुमरिया के कनीय अभियंता को कारण परीक्षा करने का निर्देश उपायुक्त ने दिया।
उपायुक्त ने कहा कि शौचालय निर्माण के कार्य में गति लाई जाए। शौचालय निर्माण के लिए स्वयं/एस0 एच0जी0/वी0 ओ0/वी0 डब्लयू0 एस0 सी0 जैसे चार विकल्पों में प्रतिस्पद्र्धा के आधार पर कार्य का आवंटन करें और प्रत्येक स्थिति में तय लक्ष्य को प्राप्त करें। तेजी लाने के लिए प्रखंड सक्रिय भूमिका निभाए और प्राप्त आवंटन को यथा साध्य रिवॉल्विंग स्थिति में बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण की पूर्णतः जिम्मेवारी प्रखंड विकास पदाधिकारियों की है। वह अपने अधीनस्थ कनीय/ सहायक अभियंताओं से सघन रूप से कार्य लें और कार्य न होने की स्थिति में कार्रवाई करें। कार्य करने वाली एजेंसियों की सतत माॅनीटरिंग की जाए। शौचालय निर्माण हेतु अपनी मांग (रिक्विजिशन) सौंपने का निर्देश उपायुक्त ने दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रखंड में प्रतिदिन कम से कम 50 शौचालयों का निर्माण सुनिश्चित करें। निर्मित दिए गए शौचालयों के फोटो अपलोड कराने के कार्य को 90 दिनो तक संपादित करने का निर्देश उपायुक्त ने दिया।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत् निर्मित आवासों की समीक्षा करते हुए दीपावली-पर्व के पूर्व के लक्ष्य को निर्धारित किया। साथ ही योजना में तय लक्ष्य को 15 नवंबर तक पूर्ण करने के लिए दिन-प्रतिदिन के कार्य की निगरानी रखने का निर्देश श्री अमित कुमार ने दिया।
इस अवसर पर सभी प्रखण्डों विकास प्रखण्ड पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड के कनीय /सहायक अभियंता, तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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