जमशेदपुर ।16 अगस्त(हि.स.)
टाटा स्टील लिमिटेड की एक स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट, ट्यूब्स डिवीजन भारत में एक अग्रणी स्टील ट्यूब निर्माता कंपनी है। 1954 में टाटा स्टील द्वारा यूके के मेसर्स स्टीवट्र्स ऐंड लॉयड्स के सहयोग से ‘द इंडियन ट्यूब कंपनी’ के रूप में प्रोमोट की गयी ‘एसयूबी’ का 1985 में टाटा स्टील के साथ विलय कर दिया गया था।बुधवार को टाटा स्टील के कॉरपोरेट सर्विसेज वी पी सुनील भास्करन, सुबोध पांडे, ईआईसी ट्यूब्स, श्री अभिजीत ए. नानोटी, चीफ, सप्लाई चेन ऐंड ईपीए, निशीथ के. सिन्हा, हेड, इम्प्रूवमेंट और प्रोजेक्ट्स और सरोज सिंह, यूसीएम की उपस्थिति में ट्यूब डिविजन में 100 टन के नव-निर्मित वेब्रिज का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री भास्करन ने परियोजना के त्वरित निष्पादन की सराहना की। उन्होंने डिजिटल पहल के लिए ट्यूब टीम को बधाई भी दी। अपने भाषण में सुबोध पांडे ने परियोजना के बारे में जानकारी दी और ट्यूब्स सिस्टम में इसके महत्व को समझाया। उन्होंने टीम के काम की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयास से ही परियोजना का त्वरित निष्पादन संभव हुआ।
इस नये वेब्रिज से मौजूदा स्थिति में काफी महत्वपूर्ण बदलाव आयेगा। वर्तमान में, डिवीजन के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट स्थापित 60 टन के वेब्रिज के माध्यम से माल का आवागमन होता है। मौजूदा स्थान में निम्न बाधाएं थीं कर्मचारियों और आगंतुकों के यात्री वाहनों के साथ-साथ सभी भारी वाहन भी संयंत्र में प्रवेश करते थे, जिससे भीड़ लगती है और जिसके कारण सुरक्षा समस्या उत्पन्न होती थी।
“नो एंट्री“ के समय एचएसएम ट्रांसपोर्ट पार्क (मेन गेट से लगभग 200 मीटर दूर) से ट्यूब्स तक वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाती थी। इससे डिवीजन को “फ्री एंट्री“ के दौरान वक्र्स के अंदर सभी वाहनों को प्रवेश देना पड़ता था, जिससे कतार लग जाती थी और गेट जाम हो जाता था।विदित हो कि नया वेब्रिज पश्चिमी गेट के पास स्थित है। ’नो एंट्री’ से बचने के लिए संचालन भागीदार ‘जमशेदपुर ट्रांसपोर्ट ट्रस्ट’ के साथ ट्यूब डिवीजन के लिए यहां एक ट्रांसपोर्ट पार्क विकसित किया गया है।
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