

ललन कुमार
शेखपुरा।

पुलिस विभाग के कारनामे का क्या कहना ।32 साल से दूसरे के खाते में भविष्य निधि का पैसा होता रहा जमा विभाग को इसकी भनक तक नहीं ।वाह !रे पुलिस विभाग ।इसकी जानकारी जब एक पुलिस विभाग के खुफिया तंत्र से जुड़े कर्मी को हुई तो उसके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई ।उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी उन्हें तब हुई जब ऑनलाइन सूचि को देखा ।खाता नंम्बर किसी का है और नाम किसी का ।अब इसकी भनक मिलते ही विभाग सुधारने में जुट गया है ।उन्होंने कहा कि ऐसे मामले जिले में हजारों में है ।उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें लोन लेने की कभी जरूरत ही नही पडी थी जिसके चलते इस पर कभी ध्यान नही दिया ।अब इस ओर ध्यान दिया तो ऐसा मामला सामने आया ।सरकारी तंत्र की इतनी बड़ी लापरवाही से किसी की जीवन भर की गाढ़ी कमाई भी लूट जाती ।
