ललन कुमार
शेखपुरा।


पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जारी 2000 के नोट ने लोगों को काफी परेशानी बढ़ा दी है ।लोग बाजारों में भुनाने के लिए 2000 के नोट को लेकर चक्कर काटते रहते हैं लेकिन दुकानदार उसे भुनाने के लिए तैयार नही होते हैं ।इंटर द्वितीय वर्ष की छात्रा अंशु, महिमा,आफरीन, डोली समेत अन्य छात्रा ने अपना 2000 के नोट के चलते हुई परेशानी का दर्द ब्यान करते हुए कहा कि मोदी जी के द्वारा जारी किये गए 2000 नोट ने उन्हें काफी परेशान किया है।उनके अभिभावक ने मंगलबार को 50 रुपए के गेस पेपर खरीदने के लिए बैंक से रूपये निकाल कर बैंक द्वारा दिए गए 2000 नोट उन्हें दिया ।जब वह उस नोट को लेकर गेस पेपर खरीदने किताब दूकान गयी तो उसे भुनाने के लिए किताब दुकानदार तैयार ही नही हुआ ।उलटा उसे रेबुक किया ।दुकानदार ने उसे रेबुक करते हुए कहा कि इतना भारी नोट लायी हो कि कोई भुनाने के लिए तैयार नहीं होगा ।वे छोटे दुकानदार है इतना मूल्य का नोट वे कैसे भुना पाएंगे ।इसी तरह घाटकुसुम्भा गाँव के किसान गोपी महतो ने कहा कि वे बैंक से पैसे निकासी करने बैकं गये तो बैंक ने उन्हें केवल 2000 के नोट ही दिए । उन रुपयों को लेकर खेत की फसल के लिए जरूरी सामान कृषि दूकान से वे खरीदने गये ।जब दुकानदार को उन्होंने 2000 का नोट दिया तो वह भुनाने में असमर्थता जताई ।कई जगह बाजारों में भुनाने का उसने काफी प्रयास किया लेकिन किसी दुकानदार ने भुनाने की जहमत नही उठाई । 2000 के नोट को लेकर अन्य लोगों ने कहा कि मोदी के 2000 के नोट उनलोगों को परेशानी में डाल दी है ।होटलवाला हो या छोटा दुकानदार कोई भी उसे भुंनाने के लिए तैयार नही होते हैं । कई दूकान दारों ने कहा कि 2000 के नोट को भुनाने के लिए बिक्री भी नहीं होती है वे उसे कैसे भुना पाएंगे । वहीं मोबाइल दुकानदार सोनू ने कहा कि नोट बन्दी के चलते बाजारों का हालत खराब है ।बाजारों में केवल 2000 के नोट ही ज्यादा आपूर्ति हो गयी जिससे उसे भुनाने में काफी परेशानी हो रही है ।