
गम्हरिया
—–
स्थानीय विस्थापितों के नियोजन, प्रदूषण समेत अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों द्वारा आगामी मंगलवार, 18 जून को गम्हरिया स्थित टाटा स्पॉन्ज आयरन लिमिटेड कंपनी के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। टायो गेट स्थित सारना उमूल सामुदायिक भवन में स्थानीय ग्रामीणों व क्षेत्र के विस्थापितए प्रभावितों की सम्पन्न हुई बैठक में उपरोक्त निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पंसस राम हांसदा ने बताया कि वर्षों पूर्व आयडा द्वारा लिए लीज पर जमीन लेकर उषा मार्टिन कंपनी भूमि आबंटन कर गम्हरिया में कंपनी स्थापित की गई जिसे वर्तमान में टाटा स्पॉन्ज आयरन कंपनी द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया है। उक्त कंपनी की स्थापना सें झुरकुली, छोटा गम्हरिया, झाड़गोविन्दपुर, रपचा आदि मौजा के लोग विस्थापित हुए। उक्त मौजा में आदिवासी, मूलवासी परिवार के लोग निवास करते हैं। वर्ष 1975 में 93 विस्थापित परिवारों में में मात्र 25 विस्थापितों को नियोजन दिया गया जिसे बाद में वीआरएस दे दिया गया। इसके बाद अभीतक एक भी विस्थापित, प्रभावित परिवारों को नियोजन नहीं दिया गया। इसके अलावे स्थानीय कई युवक तकनीकि शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद बेरोजगार भटक रहे हैं। किन्तु उन्हें स्थानीय कंपनी द्वारा नियोजित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर पूर्व में कई बार कंपनी प्रबंधन समेत जिला प्रशासन को पत्र देकर समाधान करने की िइदशा में पहल करने की मांग की गई। कंपनी प्रबंधन द्वारा आश्वासन भी दिया गया किन्तु उक्त आश्वासन पर कार्रवाई नहीं की गई। इस कारण स्थानीय विस्थापित, प्रभावित व आसपास के ग्रामीणों द्वारा आगामी 19 जून को कंपनी गेट के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा पहल नहीं की जाती है तो आगामी आन्दोलन की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में लखन मार्डी, शंकर मार्डी, राम मुर्मु, मनोज माहली, मंगल किस्कू, सारथी टुडू, संजय मंडल, शिवराम बास्के, धनाय मार्डी, अशोक प्रधान, बबलू मांझी, मानिक प्रधान, पार्वती टुडू, माइको देवी समेत काफी संख्या में ग्रामीण व विस्थापित, प्रभावित शामिल थे।
Comments are closed.