राजेस तिवारी
पटना |


भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा में मुसलंमान को अल्पसख्यक का दर्जा देने का विरोध करते हुए कहा की मुसलमानो को अल्पसख्यक का दर्जा नहीं मिलना चाहिए | बिहार के संदर्भ में उन्होंने मुसलमानो को अल्पसख्यक मानने से इंकार कर दिया | केंद्रीय मंत्री ने इसे लेकर देश के कानून में परिवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया | गिरिराज के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि गिरिराज ‘दिमाग से पैदल’ हैं। मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत में मुसलमानों की आबादी 21 करोड़ है, जबकि बिहार के सरकारी आंकड़ों में भी 19 फीसद मुसलमान हैं। बिहार के किशनगंज में तो मुसलमानों की आबादी 80 फीसद है, फिर भी वहां मुसलमान अल्पसंख्यक कहे जाते हैं।इसी तरह लखीसराय में 10 फीसद आबादी के बावजूद वे अल्पसंख्यक कहलाते हैं।गिरिराज ने कहा कि इतनी बड़ी आबादी को अल्पसंख्यक कहना उचित नहीं है।अल्पसंख्यकों के कानून में बदलाव की मांग करते हुए गिरिराज ने कहा कि इसबाबत नया कानून लाया जाना चाहिए। अल्पसंख्यकों के लिए इकाई राज्य, जिला या प्रखंड स्तर पर होनी चाहिए। गिरिराज ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक के मुद्दे कोधर्म के बदले सिस्टम से जोड़ कर देखने की जरूरत है, ताकि वंचितों और शोषितों कोसही मायने में उनका वाजिब हक मिल सके। बयान पर प्रतिक्रिया में जन अधिकार पार्टीके सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि गिरिराज सिंह दिमाग के पैदल हैं। वे केवल उन्मादफैला रहे हैं।