
राजेस तिवारी

पटना |
राज्य में न्याय दिलाने के नाम पर भी ठगी की जा रही है | ऐसा ही एक मामला गया और औरंगाबाद में उजागर हुआ है | जब पुलिस ने इसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो एक पीड़ित ने पटना हाईकोर्ट की शरण ली | अब कोर्ट को जवाब देने में गया पुलिस के हलक सुख रहे है | आरोप है की गया के बागेश्वरी रोड में एक फर्जी अतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था का संचालन किया जा रहा है | संस्था के चेयरमैन और प्रशासक पर आरोप है की वे लोगो के खिलाफ नोटिस का तामिला पुलिस पदाधिकारियो द्वारा करवाते रहे है | हैरत की बात यह है की पुलिस पदाधिकारी भी नोटिस का तामील कोर्ट का अंग समझ कर करते रहे है | पुलिस रिपोर्ट की माने तो इसके पीछे मंशा धन उगाही की होती है |
ऐसे सामने आया मामला
ठगी के शिकार कुछ पीड़ितों ने दाउदनगर थाने में एफआइआर दर्ज की तो मामला खुला | इसके बाद
औरंगाबाद एसपी ने दाउदनगर एसडीपीओ को जाच की जिम्मेदारी सौपी | एसडीपीओ ने जाच रिपोर्ट
में बताया की संस्था मानवधिकार के नाम पर लोगो से पैसे ऐठ रही है और अनधिकृत तोर पर न्यायिक
कार्यो का निपटारा कर रही है | गया के एसपी को दी जानकारी औरंगाबाद के एसपी ने इसकी जानकारी गया के एसपी को दी | इसके बावजूद गया पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया |
हाईकोर्ट ने पूछा ,क्यों नहीं हुई कार्रवाई
इसके बाद शिकायतकर्ता महावीर प्रसाद ने पटना हाईकोर्ट में आपराधिक रिट दायर किया | न्यायमूर्ति
अश्वनी कुमार की कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई | कोर्ट ने सरकार से पूछा की अब तक दोषी व्यक्ति पर
कार्रवाई क्यों नहीं हुई और पुलिस में अब तक एफआइआर दर्ज क्यों नहीं की गई | गया एसपी का जानकारी
तक से इंकार |
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