
नई दिल्लीक,3 जुन. मंगलवार की सुबह मुंबई के सफर पर निकले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का यह अंतिम सफर साबित हुआ। भाजपा मुख्यागलय में कुछ देर रखने के बाद उनका शव मुंबई ले जाया गया। वहां से उनके पैतृक गांव परली ले जाया जाएगा, जहां बुधवार को राजकीय सम्मारन के साथ अंतिम संस्कालर होगा
मुंडे सुबह मुंबई जाने के लिए ही घर से निकले थे। वह एयरपोर्ट जा रहे थे। तभी पृथ्वीाराज रोड पर उनकी कार को एक कार ने टक्कबर मार दी। हादसा जबरदस्तथ था। सड़क हादसे के तत्काजल बाद तो वह होश में थे। उन्हों ने पानी मांगा और अस्पनताल ले जाने के लिए कहा। उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
साजिश की बू
भाजपा नेता अवधूत वाग को गोपीनाथ मुंडे की मौत के पीछे साजिश की बू आ रही है। उन्हों ने महाराष्ट्रै भाजपा की ओर से हादसे की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। महाराष्ट्रड भापजा के प्रवक्ता अवधूत ने सवाल उठाया है कि मुंडेजी हमेशा गार्ड्स के साथ हाई सिक्यो रिटी व्हीमकल में सफर करते थे, फिर वह एक सामान्यन कार में कैसे सफर कर रहे थे? उन्होंाने कहा कि यह किसी मामूली आदमी की दुर्घटना नहीं थी, गोपीनाथ मुंडे की दुर्घटना थी। यह एक साजिश का नतीजा भी हो सकती है। इसलिए हम इसकी जांच चाहते हैं।
पूरा घटनाक्रम
सुबह 6.20 बजे: पृथ्वीएराज रोड पर मुंडे की कार से एक इंडिका कार टकराई, मुंडे जख्मीी हो गए। उनकी नाक के पास गंभीर चोट आई। मुंडे की कार में टक्क्र उस तरफ मारी गई जिधर वह बैठे हुए थे।
सुबह 6.30 बजे: मुंडे के ड्राइवर व निजी सचिव उन्हें लेकर एम्सर के ट्रॉमा सेंटर गए। उनकी सांसें बंद थीं, नब्जक भी नहीं चल रही थी। डॉक्टीरों की एक टीम उनकी जान बचाने की कोशिश में जुट गई।
सुबह 7.20 बजे: डॉक्टकरों की कोशिश नाकाम साबित हुई।
सबुह 9.00 बजे: नितिन गडकरी, हर्षवर्द्धन व एम्स के डॉक्ट र की ओर से उनके निधन की जानकारी सार्वजनिक की गई।
श्रद्धांजलि देने वालों का तांता
गोपीनाथ मुंडे के शरीर को पोस्टामॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को सुबह 11 बजे बीजेपी कार्यालय ले जाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम बड़े नेता मुंडे के अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी कार्यालय पहुंचे। इसमें उप राष्ट्र पति हामिद अंसारी के अलावा लाल कृष्णी आडवाणी, राम विलास पासवान, स्मृाति ईरानी, राहुलगांधी, पी ए संगमा आदि प्रमुख नाम हैंं।

माहौल हुआ गमगीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे की मौत पर गहरा दुख जताया। उन्होंाने कहा, ‘मेरे दोस्तय और सहयोगी गोपीनाथ मुंडे जी के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। उनका जाना सरकार और देश के लिए बड़े नुकसान की तरह है।’ मोदी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम मुंडे जी के परिवार के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुंडे जी एक जननेता थे जो नई ऊंचाइयों तक पहुंचे और बिना थके लोगों की सेवा करते रहे।
मुंडे के निधन की खबर सुनते ही उनका परिवार दुख और आंसुओं में डूब गया। मुंडे के संसदीय क्षेत्र बीड़ के अलावा महाराष्ट्रि का माहौल भी गमगीन हो गया।
मुंडे मंगलवार को बीड़ के परली गांव जा रहे थे। वहां उन्हेंे मंत्री बनाए जाने की खुशी में उनके सम्मामन में एक कार्यक्रम रखा गया था।
मुंडे को दिल का दौरा पड़ा था
डॉक्ट रों ने बताया था कि एक्सिडेंट के बाद मुंडे के शरीर में गंभीर चोटें तो नहीं आईं, लेकिन उनको हार्ट अटैक आया था। उन्होंिने कहा कि मुंडे जी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश की गई, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी। डॉक्टनरों ने बताया कि जब मुंडे को इमर्जेंसी रूम में लाया गया था तो उनकी पल्स, हार्टबीट और ब्लडप्रेशर रुक चुके थे। स्वा स्य्ुं मंत्री हर्षवर्द्धन ने बताया कि मौत की असली वजह का पता पोस्टबमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही चल पाएगा।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मंगलवार सुबह एक हादसे में मौत हो गई। उनकी गाड़ी को एक इंडिका गाड़ी ने टक्कर मारी।
जानें, कैसे हुआ हादसा… कैसे हुआ हादसा?
सुबह करीब 6 बजे गोपनाथ मुंडे मुंबई जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के लिए घर से निकले थे। पृथ्वीराज रोड से आगे अरबिंदो चौक के पास उनकी कार को एक इंडिका कार ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में मुंडे घायल हो गए, उन्होंने अपने सहायक से पानी मांगा और जल्दी अस्पताल लेकर चलने को कहा। आशंका जताई जा रही है कि इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें तुरंत एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।पुलिस ने इस हादसे के बाद टक्कर मारने वाली इंडिका कार के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। ड्राइवर की पहचान गुरविंदर के रूप में हुई है। वह इम्पीरियल होटल की तरफ जा रहा था। गुरविंदर की कार का अगला हिस्सा मुंडे की गाड़ी की बाईं तरफ लगा। मुंडे बाईं तरफ ही बैठे थे। मुंडे के ड्राइवर ने पुलिस को बयान दिया है कि इंडिका के ड्राइवर ने रेड लाइट जंप की थी। जिस तरफ से मुंडे जा रहे थे, वहां सिग्नल हरा था और उसे लाल होने में 26 सेकंड बाकी थे।
अंदरूनी चोट से मौत?
एम्स के डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि गोपीनाथ मुंडे को सुबह साढ़े 6 बजे उनके पर्सनल असिस्टेंट और ड्राइवर एम्स ट्रॉमा सेंटर में लेकर आए थे। उनके हिसाब से गोपनाथ मुंडे की कार को 10 मिनट पहले किसी कार ने टक्कर मारी थी। इस हादसे के बाद वह कार में बेहोश हो गए थे। उन्हें जब ट्रॉमा सेंटर लाया गया तो ब्लड प्रेशर नहीं था, उनकी सांसें नहीं चल रही थीं औरदिल की धड़कनें भी रुकी हुई थीं। 50 मिनट तक डॉक्टरों ने कृत्रिम तरीके से सांस शुरू करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सात बजकर 20 मिनट पर उन्हें मृत घोषित किया गया। एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने पोस्टमॉर्टम के बाद बताया कि अंदरूनी चोटों के कारण मुंडे की मौत हुई है।