पटना।


9वी वाहिनी एन०डी०आर०एफ० के बहादुर बचावकर्मियों ने रविवार आधी रात को मोतिहारी जिले के बंजरिया प्रखण्ड अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित गाँव जनेरवा, वार्ड नम्बर 14 से सर्पदंश पीड़ित एक तीन वर्षीय बच्चा- फरान, पिता- सफतुल्ला को बोट से सुरक्षित निकालकर सदर अस्पताल मोतिहारी पहुँचाया।
रविवार देर रात अंचलाधिकारी बंजरिया ने मोतिहारी जिले में तैनात 9वी वाहिनी एन०डी०आर०एफ० के टीम कमाण्डर निरीक्षक महेन्द्र सिंह धामी को सर्पदंश पीड़ित बालक के बारे में सूचना दिया। सूचना मिलते ही एन०डी०आर०एफ० टीम हरकत में आ गई। प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए टीम कमाण्डर धामी के नेतृत्व में एन०डी०आर०एफ० के बचावकर्मी बाढ़ प्रभावित जनेरवा गाँव पहुँचे। फिर रेस्क्यू बोट से पीड़ित बच्चे को उसके माता-पिता के साथ भोला चौक, बंजरिया पहुंचाया। तत्पश्चात बच्चे को एम्बुलेन्स से तुरन्त सदर अस्पताल मोतिहारी पहुँचाया गया। सूत्रों के मुताबिक, सर्पदंश पीड़ित बच्चा- फरान अभी कुशल स्थिति में है।
श्री विजय सिन्हा, कमान्डेंट, 9वी वाहिनी एन०डी०आर०एफ० ने बताया कि इस वर्ष उत्तर बिहार में आई बाढ़ में हमारे एन०डी०आर०एफ० के बचावकर्मियों ने अब तक 04 सर्पदंश पीड़ितों को (02 मोतिहारी में, 01 अररिया तथा 01 मधुबनी जिला में) बाढ़ प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों से तत्काल सुरक्षित निकालकर उन्हें नजदीक के अस्पताल में पहुँचाया और इस प्रकार उनके बहुमुल्य जीवन बचाने में मदद किया। उन्होंने सलाह दिया कि सर्पदंश पीड़ित व्यक्ति को यथाशीघ्र नजदीकी अस्पताल में पहुँचाया जाए। पीड़ित को संतावना देते रहना चाहिए तथा भयमुक्त रखने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही, उसका मूवमेंट ज्यादा नहीं करवाया जाए।
उन्होंने आगे बताया कि उत्तर बिहार में आई बाढ़ के दौरान एन०डी०आर०एफ० के बचावकर्मियों ने अब तक कुल 4,496 बाढ़ पीड़ितों को सुदूर ग्रामीण बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है। साथ ही, कुल 09 गर्भवती महिलाओं को सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से सुरक्षित निकालकर नजदीकी अस्पतालों तक पहुँचाया है।
एन०डी०आर०एफ० के बचावकर्मी बाढ़ प्रभावित जिलों में मुस्तैदी से जरुरतमंद लोगों को सिविल प्रशासन के साथ कुशल समन्वय स्थापित कर हर सम्भसव सहायता मुहैया कर रहे है।