
महाराष्ट्र ,पारली,4 जुन
महाराष्ट्र के परली गांव में केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के शव को उनकी बेटी पंकजा ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के वक्त पूरा माहौल गमगीन हो गया था। वहां मौजूद लोगों के आंखों से आंसू छलक रहे थे। दिल्लीौ में सड़क हादसे में आकस्मिक निधन के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और महाराष्ट्र बीजेपी के सीनियर नेता गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर बुधवार की दोपहर उनके पैतृक गांव परली ले लाया गया था। परली में मुंडे के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। इस दौरान हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
इसके पहले बुधवार की सुबह एयरफोर्स के विशेष विमान से मुंडे का शव महाराष्ट्र के लातूर लाया गया था। उस वक्त बीजेपी के कई सीनियर नेता और कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर मौजूद थे। अपने नेता के शव को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए।

वहीं दिल्ली में 16वीं लोकसभा की बुधवार को शुरू हुई पहली बैठक उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। राष्ट्रगान की धुन के साथ पहले दिन की कार्यवाही शुरू करते हुए प्रोटेम स्पीकर (अस्थाई अध्यक्ष) कमलनाथ ने मुंडे के सड़क हादसे में असामयिक निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुंडे पिछले कई दशकों से जनता की सेवा कर रहे थे। उन्होंने उन्हें ‘जन नेता’ बताते हुए कहा कि मुंडे ने पिछले 3 दशक में कमजोर वर्गों और किसानों के हित में काम किए।
उन्होंने कहा कि मुंडे एक सक्रिय सांसद थे और 15वीं लोकसभा के भी सदस्य थे। इससे पहले वह महाराष्ट्र विधानसभा के 5 बार सदस्य रहे और इस दौरान वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उपमुख्यमंत्री भी बने। सदस्यों ने दिवंगत नेता के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा और उसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
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