वरीय संवाददाता,गया,27 मार्च
भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की गुरुवार को गया में हुई रैली से पहले जमकर हंगामा हुआ। नक्सलियों ने रैली के विरोध में बुधवार रात डूमरिया और कोठी थाना क्षेत्र में दो मोबाइल फोन टावरों को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया। इसके बाद गुरुवार को रैली के दौरान मोदी के मंच पर आते ही भीड़ बेकाबू होकर हंगामा करने लगी। नियंत्रित करने को पुलिस ने लाठीचार्ज किया, तो भीड़ ने उनपर जूते-चप्पल फेंकी। स्थिति खराब होने पर नेताओं ने बीच-बचाव कर मामला शांत किया।
रैली के विरोध में विस्फोट : पुलिस के अनुसार, बुधवार रात करीब 12 बजे सौ की संख्या में नक्सली डूमरिया बाजार और कोठी थाना अंतर्गत मझौली गांव पहुंचे। इन लोगों ने वहां मौजूद दो मोबाइल फोन टावरों को विस्फोट कर उड़ा दिया। पड़ोसी राज्य झारखंड के चतरा में हाल में अपने 10 सहयोगियों की मौत के विरोध में नक्सलियों ने इलाके में बंदी की घोषणा की हुई थी। इसके बावजूद रैली आयोजित होने से नक्सली गुस्सा थे और इसका विरोध कर रहे थे।
मंच के करीब आना चाहती थी भीड़ : गया में गुरुवार को मोदी ज्यों ही अपनी रैली के स्टेज पर चढ़े नीचे भीड़ में अफरातफरी शुरू हो गई। मोदी से मिलने और उन्हें करीब से देखने को भाजपा कार्यकर्ता मंच की ओर बढ़ने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। कार्यकर्ता आपस में भी भिड़ गए और एक दूसरे पर बांस फेंकने लगे। यह देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस वालों पर ही जूते-चप्पल फेंकना शुरू कर दिया। धूल के गुबार के बीच करीब 20 मिनट तक हंगामा चला। ऐसे में जब आम-जनता रैली स्थल से उठकर जाने लगी तो पार्टी नेताओं ने हंगामा करते कार्यकर्ताओं को शांत कराया। इसके बाद जाकर मोदी का भाषण शुरू हो सका।
विस्फोटों पर गृहमंत्रालय को घेरा : नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से पहले हुए विस्फोटों को लेकर भाजपा ने केंद्रीय गृहमंत्रालय को घेरा। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन विस्फोट से उनके द्वारा गृहमंत्रालय को जताई गई की आशंका सही साबित हुई है। उन्होंने गृहमंत्रालय से आतंकियों की हिटलिस्ट में मौजूद मोदी समेत अन्य भाजपा नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा, भाजपा की आशंका सही साबित हुई है कि राष्ट्रविरोधी ताकतें देश में चुनावी वातावरण और सौहार्द को बिगाड़ना चाहती हैं।
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