संजय कुमार सुमन
मधेपुरा।
जिले के घैलाढ़ बाजार स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार एक युवक की मौत शनिवार को करंट लगने से हो गयी। युवक सुबह दुकान साफ कर रहा था इसी दौरान करंट लग गया। उसकी मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। मौत के बाद चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों व अन्य लोगों ने जमकर हो हंगामा करते हुए अस्पताल में घंटों बवाल काटा और अस्पताल में तोड़फोड़ की। इस दौरान पीएचसी प्रभारी ने किसी प्रकार बाथरुम में छुपकर जान बचायी। जानकारी के अनुसार गोस्वामी मंडल का 22 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार सुबह दुकान साफ कर रहा था। इसी दौरान उसे करंट लग गया। तत्काल लोगों की सहायता से अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मौत के बाद परिजनों ने गुस्से में आकर तोड़फोड़ शुरु कर दी। करीब पांच घंटे तक अस्पताल में तोड़फोड़ होती रही। लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर भी प्रदर्शन किया। वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ. आनंद कुमार भगत ने बाथरुम में छिपकर किसी प्रकार जान बाचाई। वहीं अस्पताल के कर्मी चाहरदीवारी फांदकर भाग निकले। परिजनों का कहना था कि अगर अस्पताल में आक्सीजन की व्यवस्था रहता व समय पर रेफर कर दिया जाता था जान बच सकती थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस भी लोगों के आगे लाचार दिखी। पुलिस के सामने ही लोगों ने पूरा पीएचसी के सभी कागजातों एवं टेबुल, कुर्सी, सीसीटीवी,कंप्यूटर सेट को तोड़ डाला। बाद में बीडीओ आशा कुमारी, थाना अध्यक्ष संजीव कुमार एवं स्थानीय लोगों व मुखिया अनंत मंडल से वार्ता होने पर परिजन मामला शांत हुआ। लोग मुआवजा की मांग भी कर रहे थे । पंकज की मौत के बाद परिजन इस प्रकार उग्र हो गए थे कि लाठी-डंडा लेकर डॉक्टर और अस्पताल के कर्मी को खोजने लगे। यह तो महज संयोग रहा कि कर्मी चारदीवारी को फांद अपनी जान बचाई तो पीएचसी प्रभारी डॉ. आनंद भगत बाथरूम में छुपकर रहे। जबकि उपद्रवी हर कमरे में सबको ढूंढते रहे। बाद में मामला शांत होने पर प्रभारी को वहां से निकाला गया ।
मृतक के परिजन लगभग पांच घंटे तक पीएचसी को अपने कब्जे में रखा। तोड़फोड़ में स्कूली बच्चे से लेकर जवान व बुर्जुग सभी शामिल थे। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि अस्पताल में तोड़-फोड़ के दौरान किसी ने भी बचाव नहीं किया। लोगों ने अस्पताल के बेड, कुर्सी, टेबुल, गोदरेज, कम्प्यूटर सेट सहित कई खिड़की के शीशे को भी पूरी तरह तोड़ डाले। लोगों के आक्रोश को देखते हुए कई थाना की पुलिस को बुलाई गयी। गम्हरिया, परमानपुर ओपी एवं सदर थाना के कमांडो दस्ता के पहुंचने के बाद मामला किसी प्रकार शांत हुआ। पुलिस बलों ने लगातार बाजार की गश्ती कर लोगों को तितर-बितर किया। थानाध्यक्ष संजीव कुमार कहते हैं कि कुछ लोग राजनीति फायदा के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिलाया है। पीएचसी प्रभारी ने आवेदन देने की बात कही है। तोड़फोड़ में जो भी शामिल हैं उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीएचसी प्रभारी डा.आनंद कुमार भगत कहते हैं कि युवक की मौत रास्ते में ही हो गयी थी। उन्होंने जांच के बाद यह जानकारी परिजनों को दी तो वे उत्तेजित होकर तोड़फोड़ करने लगे। कुछ लोगों के बहकाबे में इस प्रकार के घटना को अंजाम दिया गया है। इसकी प्राकमिकी दर्ज करायी जाएगी। बीडीओ आशा कुमारी कहती हैं कि आक्रोशित लोगों द्वारा तोड़ फोर की घटना निंदनीय है ।मृतक के परिजनों को सरकारी मुआवजा दिया जाएगा।
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