शेखपुरा-सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ितों ने कलेक्ट्रेट पर बोला धावा,बाढ़ राहत की मांग को लेकर किया उग्र प्रदशर्न,

ललन कुमार
शेखपुरा।

डीएम कार्यालय के अंदर दुबके रहे,शेखपुरा थाना की पुलिस पहुंचकर स्थिति को किया नियंत्रित
बाढ़ राहत की मांग को लेकर सैंकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ितों ने शेखपुरा के जिला समाहरणालय पर धावा बोल उग्र प्रदर्शन किया ।बाढ़ पीड़ितों के उग्र तेवर को देखते हुए डीएम दिनेश कुमार कार्यालय के अंदर दुबके रहे ।सैकड़ों की संख्या में मौजूद पुरुष और महिलाएं बाढ़ राहत चलाये जाने की मांग कर रहे थे ।लेकिन जिलां प्रशासन की बेरुखी को देख बाढ़ पीड़ित महिलाएं समाहरणालय के अंदर धरने पर बैठ गयी ।जबकि पुरुष समाहरणालय परिसर के अंदर पोर्टिको के पास चिलचिलाती धूप में रह रहकर उग्र प्रदर्शन करते रहे ।बाढ़ राहत चलाये जाने की मांग कर रहे ग्रामीणों में सहारा गाँव के ललन राम,बटोरा के दरवारी महतो,इंद्रदेव महतो गडेरा के घनश्याम राम ,माफों गाँव से आई दर्जनों की संख्या में महिलाओं ने कहा कि घटकुसुम्भा प्रखंड के दर्जनों गाँव उफनाई हरोहर नदी के पानी सेआई बाढ़ से घिरा है ।लोग अपने घरों की छतों पर शरण ले रखा है । लोग भूखे प्यासे बाढ़ के पानी से घिरे हैं।पशुओं को चारा नहीं मिल रहा है ।बीमार लोगों को इलाज के लिए कोई साधन नही है ।और यहां प्रशासन के लोग कार्यालय में बैठ कर मटरगस्ती कर रहे हैं ।जब हम लोग भूखे प्यासे मरेंगे तो जिला प्रशासन में बैठे लोगों को भी चैन से रहने नहीं देंगे ।इधर हंगामा करने वालों से पुलिस निपटती रही ।पीड़ितों ने कहा कि उनके गाँव से महज आधा किमी पर सटे गाँव पाली औऱ सरौरा में पड़ोसी जिला लखीसराय में पड़ने के चलते वहां बाढ़ राहत कार्य चलाया जा रहा है ।लेकिन राजनीति साजिश के तहत उन्हें शेखपुरा जिला में रहने के चलते बाढ़ राहत से वंचित किया जा रहा है ।जिला प्रशासन के लोग बाढ़ से घिरे गाँव का दौरा नाव पर चढ़ कर केवल पिकनिक मनाने के लिए करते हैं ।वहीँ डीएम से मोबाइल से संपर्क करने पर सरकारी मोबाइल की घंटी बजती रही ,लेकिन उनके द्वारा नहीं उठाये जाने के चलते उनकी कोई प्रतिक्रया इस मामले में नहीं मिल सकी ।
Comments are closed.