कोडरमा ।
मुख्य सचिव राजबाला वर्मा द्वारा उपायुक्तों को अवैद्य शराब के बनाने व बेचने के संबंध में स्थानीय थाना प्रभारियों को उसका जिम्मेवार मानते हुए थाना प्रभारियों को दण्ड देने संबंधी जो निर्देष दिए गए हैं। उसका सामाजिक संस्था इंसाफ स्वागत करती है और अवैद्य शराब के खिलाफ सरकार के इस बडे कदम का पुरजोर समर्थन करते हुए अवैद्य शराब के धंधेबाजों की पूरी सूची कोडरमा जिले के पुलिस पदाधिकारियां को उपलब्ध कराने का वादा करती है। उक्त बातें इंसाफ के अध्यक्ष बिनोद कुमार यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही। श्री यादव ने यह भी कहा कि इंसाफ के सदस्यों पदाधिकारियों एवं महिला मंडलों ने पिछले एक वर्ष से स्थानीय थाना एवं उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों को अवैद्य शराब बनाने, बेचने से संबंधित सूचनाएॅ उपलब्ध कराते रहे हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में स्थानीय थाना, उत्पाद विभाग पर जिम्मेवारी मढ देते हैं और कार्रवाई करने से पीछे हट जाते हैं और जब उत्पाद विभाग के लोग पुलिस बल और गाडी की कमी का रोना रोने लगते हैं। ऐसे में आज भी यह बडा प्रष्न है कि मुख्य सचिव ने भले ही उपरोक्त आदेष जारी कर दिया हो। मगर थानों में थानेदार तो वही पुराने लोग हैं और उत्पाद विभाग के पदाधिकारी भी वही पहले वाले लोग हैं। ऐसे में जिले में कौन ऐसे पदाधिकारी यह जिम्मेवारी लेने का भरोसा दिलाते हैं कि अवैद्य शराब बिक्री को नहीं रोक पाने वाले थाना प्रभारी पर कार्रवाई निष्चित रूप से होगी। साथ ही इंसाफ के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने कहा कि महिलाओं , छात्राओं के मान-सम्मान एवं सुरक्षा के लिए झारखण्ड सरकार को भी संपूर्ण शराबबंदी का फैसला इसी सत्र में ले लेना चाहिए। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा झारखण्ड सरकार महिलाओं की सुरक्षा और मान-सम्मान के प्रति कितनी संवेदनषील है।
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