जमशेदपुर।


जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरण महतो ने आज लोकसभा मे धालभूमगढ एयरपोर्ट के निर्माण मे हो रहे विलम्ब को लेकर मामला उठाया और कहा कि मेरा संसदीय क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर हजारों उद्योग स्थापित है एवं प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा उपलब्ध है। यहां टाटा जैसे बड़े उद्योग होने के कारण देश के विभिन्न भागों से लोग रोजगार हेतु यहां निवास करते है एवं उनका आना जाना हमेशा बना रहता है। कोल्हान प्रमंडल एक ऐसा प्रमंडल है जहां भारी मात्रा में खनिज संपदा उपलब्ध है और इस प्रमण्डल का मुख्य केंद्र बिंदु जमशेदपुर होने के कारण विकास का भारी स्कोप है। जहां प्रचुर मात्रा में आयरन, यूरेनियम, कॉपर, मैगनीज, गोल्ड, काईनाइट इत्यादि जैसे बहुमूल्य धातु की उपलब्धता के साथ साथ उद्योग से निर्मित उपकरणों का आयात निर्यात होता है। इससे देश विदेश के बड़े बड़े व्यापारियों का आना जाना हमेशा बना रहता है। एयरपोर्ट की सुविधा का अभाव होने के कारण पूरे कोल्हान प्रमंडल का विकास रुका हुआ है। यहां पर खनिज संपदा उपलब्ध होने के कारण देश विदेश से निवेशक निवेश हेतु आते हैं लेकिन एयरपोर्ट की सुविधा नही होने के कारण वे वापस लौट जाते है। इसके अलावा यहां के उद्योग जगत के लोगों को भी एयरपोर्ट नहीं होने से काफी असुविधा हो रही है। ज्ञातव्य है कि 1942 ई0 के द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पूर्वी सिंहभूम के अंतर्गत धालभूमगढ़ एवं चाकुलिया में दो बड़े एयरपोर्ट का निर्माण किया गया था जो आज पूरी तरह से खाली है और वह प्रयोग में नहीं है। वहां के वर्तमान सरकार ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का जनहित में सदुपयोग हेतु केंद्र सरकार से एन0ओ0सी0 लेने हेतु सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद लगभग 6 महीना पहले माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार एवं तत्कालीन नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा जी ने शिलान्यास किया था लेकिन अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।अतः मंत्री जी से मांग है कि अविलंब धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए।