जमशेदपुर।
शादी के तीन साल बाद एक युवती को पता चला कि उसकी पति पहले से ही शादी – सुदा है वो भी तब जब पहली पत्नी अपने रिश्तेदारो के साथ उस युवती के घऱ पहुंची। और ऐसा भी नही कि पहली पत्नी दुसरे शहर मे रहती थी वो भी इसी शहर मे रहती थी। इस मामले को लेकर एक पिड़ीता एस पी ( सिटी ) के पास शिकायत लेकर पहुंची थी। पिड़ीता का कहना था कि उसके साथ घोखा से शादी कर लिया गया। इस सदर्भ मे आरोपी युवक को पकड़ा कर पुलिस के हवाले भी किया गया। लेकिन पूलिस ने उसे छोड दी।
इस सर्दभ मे पिड़ीता ने बताया कि बागबेड़ा के हरहरगुट्टु के रहने वाले श्री नाथ ठाकुर ने मुझे गंभीर बिमारी का बहाना बता कर दोस्ती की । दोस्ती के उपरांत उसने बताया कि उसका कोई नही है उसकी बातो पर आकर मैने जमशेदपुर कोर्ट मे 27 अप्रैल 2013 को शादी कर ली । इसके बाद तमाड़ स्थित देवड़ी मंदिर मे मेरे परिवार की मौजुदगी मे भी शादी की। फिर हमलोगो कदमा के रामजनम नगर मे अपने पिता के घर मे पति –पत्नि की तरह रहने लगी।इस दौरान मेरे पति ने बीमारी का बहाना बनाकर करीब पांच लाख रुपये भी ले लिये। पिड़ीता ने कहा कि चुकी वह नौकरी पेशा है इस कारण जब भी वेतन मिलता वेतन की राशी अपने पति पर आधे से अधिक खर्च कर देती ।
उन्होने कहा कि 5 अप्रैल के मेरे पति एक महिला के साथ मेरे कार्यलय आए और मुझे जुबली पार्क ले गए। वहां पर पता चला कि वह महिला और कोई नही बल्कि उसकी पत्नी है। जुबली पार्क मे मेरे पति और महिला ने मेरे साथ मारपीट की। मेरे पैसे छीन लिये। उसके बाद वह 6 अप्रैल को महिला अपने भाई और उसके कुछ दोस्तो के साथ मेरे घर मे गई वहां भी तोड फोड की । तालाक देने के लिए कहने लगी। 7 अप्रैल को हमलोगो ने शाम को अपने पति को घऱ बुलाया और सच्चाई जानने के बाद हमलोगो ने उन्हे पुलिस के हवाले कर दिया । लेकिन पुलिस के द्वारा उन्हे छोड दिया गया।
पिडीता ने कहा कि श्री नाथ ठाकुर ने मेरी जिदंगी बर्बाद कर दी है। तीन साल से मेरे पैसे से बीमारी का बहाना बना कर ऐश करता था। इसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

