ललन कूमार।


शेखपुरा।
बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार द्वारा 4 अप्रैल 2016 से पुरे बिहार में पूर्ण शराबबंदी किये जाने के बाद शराबियों के हालत बगड़ने पर उनके ईलाज के लिए विभिन्न तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैश सदर अस्पताल में नशामुक्ति केंद्र खोला गया ।इस नशामुकित केन्द्र पर सरकार द्वारा लाखो रूपये खर्च तो जरूर दिये गये लेकिन इस केंद्र में फिलहाल मरीजों का टोटा है ।शुरुआत के समय में कुछ मरीज तो इस केंद्र में आते रहे लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे मरीजो का आना बन्द हो गया है ।अस्पताल सूत्रों ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र में अब मरीज नहीं आते हैं ।शुरुआत में इके दूके मरीज भी आते थे लेकिन अब तो वो भी नहीं आते हैं ।सरकार का नशामुक्ति केंद्र में लाखो रूपये खर्च तो हो गये लेकिन इस पैसे का सदुपयोग नहीं हो सका ।नाहक में रुपया सरकार का इस नशामुक्ति केंद्र पर बर्बाद हो गया ।वहीँ सीएस मृगेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि इस केंद्र में मरीज नहीं के बराबर ही आते हैं ।शराबबंदी के शुरूआती महीने में कुछ मरीज तो जरूर भर्ती हुए लेकिन उसके बाद से मरीजों का आना बन्द हो गया ।