संवाददाता जामताड़ा

जामताड़ा जिला में शिक्षा विभाग का हाल बहाल है. न तो पदाधिकारी का अधीनस्थ कर्मियों पर कोई नियंत्रण है और न काम करने का तरीका. यहाँ तक की किस विद्यालय में कौन शिक्षक काम कर रहा है इसकी जानकारी तक पदाधिकारियों को नहीं है. विभाग की ऐसी हालत देख डीसी शशिरंजन सिंह ने चेतावनी दिया की एक सप्ताह में कार्यशैली में सुधार करने या वीआरएस लेने की चेतावनी दी है.
जी हाँ जामताड़ा शिक्षा विभाग का यह रूप समीक्षा के क्रम में दिखा जब एक पारा शिक्षिका वेतन के लिए गुहार लगाने डीसी कार्यालय पहुंची. इस सन्दर्भ में जब उपायुक्त ने पूछा तो सम्बंधित प्रखंड के बीईईओ और डीएसई तक को पूरी जानकारी नहीं थी की उक्त महिला विद्यालय में काम कर रही है या नहीं. डीसी के पूछने पर किसी ने संतोषप्रद जवाव नहीं दिया.
समीक्षा के क्रम में डीसी ने स्पष्ट कहा की एसएमसी से लेकर सीआरपी तक कार्रवाई करनी पड़े तो कार्रवाई करे नहीं तो सभी बीईईओ पर प्रपत्र क भरा जाएगा और सरकार से कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी. साथ ही उन्होंने निर्देश दिया की जिस विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति ८० प्रतिशत नहीं है वहां के सम्बंधित पदाधिकारी उपस्थिति सुनिश्चि करे या फिर लंबी छुट्टी पर चले जाये अन्यथा उनकी परमानेंट छुट्टी हो जाएगी. लापरवाह लोगों को २० मार्च के बाद बख्शा नहीं जाएगा.