JAMSHEDPUR-विद्यालयों में लौट आये बच्चे, मध्य विद्यालय धातिकीडीह, घाटशिला में हुई पैडबैंक की पुर्नस्थापना

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*विद्यालयों में लौट आये बच्चे, मध्य विद्यालय धातिकीडीह, घाटशिला में हुई पैडबैंक की पुर्नस्थापना, माहवारी स्वच्छ्ता कार्यशाला आयोजित, बच्चे एवं ग्रामीण हुए जागरूक*

*– कोरोना के बाद वापस स्कूल खुलने पर कोल्हान के 25 विद्यालयों में पैडबैंक की पुर्नस्थापना शुरू*
*– एक पैड, एक पेड़ अभियान के माध्यम से माहवारी स्वच्छ्ता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का पाठ सीख रहे बच्चे, कोरोना काल मे बच्चों ने लगाए 10 हजार से ज्यादा पौधे*
*–अन्तराष्ट्रीय योगा दिवस एवं योगा फ़ॉर चिल्ड्रेन 8 दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चे हुए सम्मानित*

घाटशिला / जमशेदपुर : कोरोना के कारण पिछले डेढ़ सालों से विद्यालय बंद थे, इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी, वही विद्यालयों में बच्चों की बेहतरी के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रम भी प्रभावित थे। पिछले महीने विद्यालयों के खुलने के बाद अब बच्चों की उपस्थिती से विद्यालय फिर से गुलजार होने लगे है।

घाटशिला प्रखण्ड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय, धातिकीडीह बच्चों के लिए लगातार बेहतर कार्य करने के लिए जाना जाता है। कोविड के बाद बच्चों के विद्यालय वापस लौटने के बाद सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन के द्वारा विद्यालय में संचालित पैडबैंक की पुनर्स्थापना की गई, वही बच्चियों को माहवारी स्वच्छ्ता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करने हेतु “एक पैड, एक पेड़” अभियान के तहत पौधरोपण भी किया गया।

पैडबैंक के पुनर्स्थापना के मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक साजिद अहमद ने बताया कि “पिछले तीन साल से ज्यादा समय से माहवारी स्वच्छ्ता को लेकर विद्यालय में अभियान चलाया जा रहा है। इससे माहवारी को लेकर बच्चों एवं ग्रामीणों के सोच में काफी बदलाव आया है। इससे कोरोना काल मे भी बच्चियों को मदद पहुँच पाई। विद्यालय में पैडबैंक के फिर से शुरू हो जाने से बच्चियों को काफी मदद होगी। वही “एक पैड, एक पेड़” अभियान के तहत काफी संख्या में पौधे बच्चों ने लगाए है, जिससे विद्यालय की हरियाली बढ़ी है।”

कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित निश्चय के संस्थापक सचिव तरुण कुमार ने कोरोना के दौरान वैश्विक स्तर पर महिलाओं और बच्चियों को माहवारी स्वच्छ्ता के संदर्भ में चुनौतियों के संबंध में चर्चा करते हुए, बच्चों की प्रेरित करते हुए कहा कि अब लड़के और लड़कियां दोनों को ही माहवारी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। अगर समाज मे सभी माहवारी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते, तो कोरोना के दौरान लड़कियों को सैनिटरी पैड जैसी चीज़ों के लिए परेशान नहीं होना पड़ता। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को विस्तार से माहवारी स्वास्थ्य, चुप्पी तोड़ने, शर्म झिझक मिटाने की आवश्यकता एवं पैडबैंक के संचालन के बारे बताया। मौके पर विद्यालय की छात्रा शोभा बेसरा एवं पावर्ती मुर्मू को माहवारी स्वच्छ्ता अम्बेसडर सर्व सम्मति से चुना गया। माहवारी स्वच्छ्ता अम्बेस्डर्स शिक्षकों के मार्गदर्शन में पैडबैंक एवं जुड़े अभियान का विद्यालय में संचालन करेंगी, इससे उनके साथ-साथ बच्चों के नेतृत्व क्षमता में विकास होगा।

निश्चय फाउंडेशन के द्वारा जनभागीदारी से झारखंड के कोल्हान प्रमंडल स्थित पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां जिलों के सुदूर ग्रामीण इलाकों में स्थित लगभग 25 विद्यालयों में पैडबैंक एवं माहवारी स्वच्छ्ता अभियान चलाया जाता है। पिछ्ले चार सालों से भी ज्यादा समय से चलाए जा रहे अभियान से बड़े पैमाने पर ग्रामीण बच्चों एवं लोगों में जनजागरूकता आई है।

कोविड के कारण विद्यालय बंद होने से विद्यालयों में चल रहे पैडबैंक मुहिम रुक गयी थी। लेकिन बच्चों के आग्रह पर कोविड काल मे भी गांव-गांव जाकर बच्चों की बड़े पैमाने पर सहायता की गई। अब विद्यालयों में फिर से बच्चे लौट आये है, इसलिए अब विभिन्न विद्यालयों में चल रहे पैडबैंक को फिर से पुर्नजीवित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। अभियान के तहत अब बच्चे फिर से माहवारी जागरूकता हेतु विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के साथ-साथ रिस्पॉन्सिबल मेंस्ट्रुएटर परिचय देंगे।

पैडबैंक के पुर्नस्थापना एवं एक पैड, एक पेड़ अभियान के तहत पौधरोपण कार्यक्रम में बच्चे, गांव की किशोरियां व महिलाएं, प्रभारी प्रधानाध्यापक साज़िद अहमद, एसएमसी अध्यक्षा सोनामनी मुर्मू,जल साहिया नीतू सिंह, अभिनव कुमार, तरुण कुमार, सिनगो सोरेन, निखिल रंजन धवरिया, अमरजीत माझी समेत विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित थे।

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