JAMSHEDPUR-साहित्यकार कुमारी छाया की किताब ‘एक प्याली चाय’ का हुआ विमोचन
जमशेदपुर। शहर की शिक्षिका व साहित्यकार कुमारी छाया की किताब ‘एक प्याली चाय’ का 1 अक्टूबर (शुक्रवार) को बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में विमोचन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी और विशिष्ट अतिथि शहर के युवा लेखक अंशुमन भगत उपस्थित थे।पुस्तक का लोकार्पण करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कुणाल षाड़ंगी ने पुस्तक की विषय वस्तु की प्रशंसा तो की ही, लेखिका के हौसले और विचारों को दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत परेशानी के बावजूद लेखिका ने जिस तरह का साहित्य सृजन किया, वह काबिलेतारीफ है। आमतौर पर लोग किसी भी तकलीफ में परेशान हो जाते हैं, निराशा या डिप्रेशन में चले जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए लेखिका कुमारी छाया ने उदाहरण प्रस्तुत किया है।
अंशुमन भगत ने भी कुमारी छाया की पहली पुस्तक में प्रकृति प्रेम के विषयों का चयन करने के साथ लिखने की शैली को श्रेष्ठ बताया। अंत में लेखिका ने पुस्तक लिखने के क्रम में हुए अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि इस किताब को अमेजन पर बेस्ट सेलिंग रैकिंग का टैग मिलना, बड़ी बात है।
ज्ञात हो कि जमशेदपुर में पली-बढी कुमारी छाया पठन-पाठन के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। वह रमेश कुमार सिंह व वीणा सिंह की सुपुत्री हैं। इनके माता-पिता मूलतः बिहार के वैशाली जिले के घोसबर गांव के निवासी हैं। इनकी ससुराल भी वैशाली जिले के बाजितपुर गांव में है। कुमारी छाया 13 वर्ष से जमशेदपुर के शास्त्रीनगर (कदमा) स्थित आदर्श बाल मध्य उच्च विद्यालय में अध्यापिका के रूप में कार्यरत हैं। पिछले कुछ सालों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी की वजह से घर पर रहकर स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं। एमएससी व बीएड की शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद इनका प्रिय विषय हिंदी रहा है। उन्हें कविताएं एवं कहानियां लिखने में ज्यादा रुचि है। वह जीवन के प्रति सकारात्मक सोच रखती हैं। प्रकृति से विशेष प्रेम रखती है। इस विषय पर उन्होंने काफी पंक्तियां भी लिखी हैं, जिसका संकलन कर उन्होंने कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडॉउन के दौरान एक पुस्तक लिख डाली। पुस्तक ‘एक प्याली चाय’ का प्रकाशन छत्तीसगढ़ के ऑथर्स ट्री पब्लिकेशन द्वारा किया गया है।
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