Jamshedpur News:कला उत्सव का अंतिम दिन–मणिपुरी कलाकारों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ आधुनिकता का समावेश कर दी मनमोहक प्रस्तुति, तबला, कत्थक और छऊ नृत्य ने भी सबके दिल छू लिए

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Anni Amrita

जमशेदपुर.

पिछले कुछ दिनों से कदमा के कलाकृति ऑडिटोरियम में देश भर के कलाकार अपनी प्रस्तुति से सबका ध्यान खींच रहे हैं.संगीत नाटक अकादमी और डीबीएमएस ट्रस्ट ने संयुक्त रूप से कला उत्सव का आयोजन किया जिसमें एक से बढ़कर एक ख्यातिप्राप्त कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के वादन और नृत्य-गीत के जौहर दिखाए.

कला उत्सव के अंतिम दिन आज एन.टिकेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर से आए लोक कलाकारों ने अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ आधुनिकता का समावेश कर ऐसी मनमोहक प्रस्तुति दी कि लोग मंत्रमुग्ध हो गए.उसके बाद बैंगलुरू से आए रवीन्द्र यावागै ने सोलो तबला वादन पेश कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया.वहीं पुरूलिया से आए भूमन कुमार ने पुरूलिया शैली के छऊ नृत्य पेश करके सबके दिल को छू लिया.अंत में मुंबई से आईं मशहूर कत्थक नृत्यांगना शामा भाटे ने कत्थक पेश किया और अपनी भाव भंगिमाओं से सबका दिल जीत लिया.इसके साथ ही चार दिवसीय कला उत्सव का समापन हो गया.

आयोजन समिति की प्रतिनिधि सह डीबीएमएस काॅलेज ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या डाॅ जूही समर्पिता ने कहा कि देश के हर राज्य का लोक संगीत अनूठा है,अप्रतिम है..उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय लोक संस्कृति और लोक संगीत से परिचित कराना था जो सफल रहा.स्कूल के बच्चों ने इस चार दिवसीय आयोजन में कत्थक, मोहिनीअट्टम देखा तो लोक गायिकी की विधा ठुमरी को भी सुना.शहर के आम और गणमान्य सभी लोगों ने कला उत्सव के सभी रंग देखे.डाॅ जूही समर्पिता ने संगीत नाटक अकादमी और डीबीएमएस ट्रस्ट का इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने बताया कि पूरे झारखंड में यह अपनी तरह का पहला और अनोखा सांस्कृतिक कार्यक्रम था जिसमें संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित हो चुके कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी.उन्होंने कहा कि यह आयोजन आजीवन सबके दिल में सुनहरी यादें बनकर रहेगा.

उधर मणिपुर से आईं कलाकार आशा किरन ने बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क से बातचीत में बताया कि वे मणिपुर यूनिवर्सिटी में पढ़ रहीं एक छात्रा हैं जिन्हें अपने लोक संगीत से बेहद प्यार है.उन्होंने कहा कि जमशेदपुर वासियों से मिले सम्मान से वे अभिभूत हैं. एक कलाकार को बस यही तो चाहिए…

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