Jamshedpur News:सावधान, आपके दूध में हो सकती है मिलावट, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने जागरुकता के लिए ‘दूध में मिलावट’ पर विचार गोष्ठी का किया आयोजन
Anni Amrita
अन्नी अमृता
जमशेदपुर.
एक ग्राहक के तौर पर हम जो सामान खरीदते हैं वह कितना सही है , कितना शुद्ध है यह एक बहुत बड़ा सवाल आज के समय में उठ रहा है. आए दिन हमलोग खबरें देखते हैं कि प्रशासन की जांच में फलां पदार्थ में मिलावट पाई गई. दूध के संदर्भ में भी यह बात लागू होती है.आजकल लोग नैतिकता को ताक पर रखकर सिंथेटिक दूध बनाते हैं, यहां तक कि गाय से सीधे दूध मिलने पर भी उसकी शुद्धता की गारंटी नहीं है क्योंकि गाय को खास प्रकार का इंजेक्शन दिया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है.ग्राहकों को इसी दिशा में जागरुक करने के लिए अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत संस्था लगातार जागरुकता कार्यक्रम करती है.उसी कड़ी में राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित शिक्षिका डाॅ अनीता शर्मा के जुगसलाई स्थित आवास पर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की तरफ से दूध में मिलावट, स्थिति, समस्या और समाधान के संदर्भ में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.इस दौरान अतिथियों ने मिलावट के कारण कैंसर, शुगर, प्रेशर जैसी खतरनाक बीमारियों के बढ़ते रोगियों की संख्या पर चिंता व्यक्त किया.
विषय प्रवेश कराते हुए महिला आयाम प्रमुख रूबी लाल ने कहा कि जिस तरह से हम सभी अपने घर में गैराज रखते हैं इसी तरह से एक छोटा स्थान गौ पालन, गौ ग्रास के लिए भी होना चाहिए तभी हमें शुद्ध दूध मिल पाएगा और पशुपालन की जो संस्कृति है वह भी बची रहेगी.
स्वागत भाषण देते हुए आयोजन समिति सह सचिव डॉ अनीता शर्मा ने सभी अतिथियों का परिचय कराया और कहा कि दूध की अशुद्धता और उसके दुष्प्रभाव पर बात करना और लोगों तक इसे पहुंचाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यह विषय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दूध एक आवश्यक पेय पदार्थ है और हर घर में इसका प्रयोग होता है.
भारतीय खाद्य संस्कृति में प्राकृतिक दूध का पौराणिक और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्व पर बात करते हुए सुष्मिता ने कहा कि पौराणिक कथाओं में भी दूध, दही,मक्खन की चर्चा होती है.पूजा में भी हम इसका प्रयोग करते हैं पर आज जिस तरह से दूध में अशुद्धियां पाई जा रही हैं और गाय के चारे में रसायन मिलाकर और गाय को सुई देकर जो दूध निकाला रहा है वह भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जो चिंतनीय विषय है.
दूध में मिलावट के विभिन्न तरीके और सेहत पर उसके दुष्प्रभाव पर उपाध्यक्ष ऐंजिल उपाध्याय ने कहा कि दूध अगर अशुद्ध हो तो कई तरह की बीमारियाँ हो जाती हैं और यह हर आयु के लोगों को नुकसान पहुंचाता है.मिलावटी दूध एवं उसकी पहचान तथा इसके दुष्प्रभाव की जानकारी देते हुए डॉक्टर रजनी रंजन ने जानकारी दी कि किस-किस तरीके शुद्ध और अशुद्ध दूध के बीच के अंतर को समझा जा सकता है. साथ ही उन्होंने बताया कि अशुद्ध दूध से कौन सी बीमारियों और मानसिक रोग का शिकार लोग शिकार हो सकते हैं. इन्होंने उससे बचाव के तरीकों पर भी बात की.
दूध में मिलावट की शिकायत और समाधान हेतु ग्राहक पंचायत के कार्यकर्ताओं द्वारा किये जा रहे जन जागरण और अन्य प्रयासों पर बोलते हुए डॉक्टर अनीता शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने इस महीने इस विषय पर संज्ञान लेते हुए कई जगहों पर ज्ञापन और आरटीआई भी दिया है ताकि अशुद्ध दूध से होने वाली विकृतियों से लोग बच सकें और सबों को इसके बारे में जागरूक भी कर सकें.
विचार-विमर्श के दौरान वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता, संगीता मिश्रा, सुचित्रा जोशी, अंशु, मुस्कान, ऋचा और शांति देवी भी उपस्थित रहीं और अपने विचारों को साझा किया. प्रांत सचिव डॉ कल्याणी कबीर ने कार्यक्रम का संचालन किया, साथ ही उन्होंने इस विषय पर संस्था द्वारा नियमित रूप से प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया.वहीं अंशु ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.शांति मंत्र के समवेत स्वर पाठ के साथ विचार गोष्ठी संपन्न हुई.
इस दौरान अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की ओर से लोगों से अपील की गई कि वे सजग रहें, अगर उन्हें अपने घर या कहीं मिलावट का पता चलता है तो प्रशासन को सूचना दें.अगर ऐसा नहीं पा रहे तो अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के ई-मेल–[email protected] या फेसबुक अंकाउंट
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के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं.
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