
Anni Amrita


जमशेदपुर
आज जमशेदपुर में उत्थान सीबीओ झारखंड की तरफ से अमरजीत के नेतृत्व में साकची में एलजीबीटी प्राइड मार्च का आयोजन किया गया.इसमें एलजीबीटी समुदाय से जुड़े लोगों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रंग बिरंगे और आकर्षक पोशाकों को पहनकर व हाथों में बैनर लेकर प्राइड मार्च करते हुए समुदाय के अधिकारों को लेकर सरकार से गुहार लगाई.
दरअसल जैसे देश में अन्य त्योहार मनाए जाते हैं, वैसे ही एलजीबीटी समुदाय के लोग भी प्राइड मार्च निकालते हैं, जिसके माध्यम से वे अपने अधिकारों को लेकर आम लोगों और अपने समुदाय के लोगों को जागरुक करने के साथ ही सरकार से अपना हक मांगते हैं.
बता दें कि उत्थान सीबीओ ने झारखंड में एलजीबीटी प्राइड की शुरुआत की थी.उत्थान सी.बी.ओ की सचिव अमरजीत सिंह ने बताया कि 2017 में उन्होंने पहले प्राइड मार्च का आयोजन किया था और आज तक वह जारी है.
एल.जी.बी.टी का यह प्राइड मार्च जमशेदपुर में अप्रैल माह में होता था, मगर इस बार आचार संहिता की वजह से अब प्राइड मार्च आयोजित किया गया. हालांकि यह प्राइड मंथ ही है, क्योंकि संपूर्ण देश में जून महीने में ही एलजीबीटी समुदाय के लोग प्राइड मंथ मनाते हैं.अब आगे से जमशेदपुर में प्राइड मंथ में ही वे लोग प्राइड मार्च निकालेंगे.
अमरजीत ने आगे कहा कि
रांची और जमशेदपुर में प्राइड मार्च करने का उद्देश्य है लोगों को इस समुदाय के हक से रूबरू कराना ताकि आम लोग और सरकार यह समझ सके कि एलजीबीटी समुदाय के लोग किन परेशानियों से जूझ रहे हैं. अमरजीत ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने रांची के फिरायालाल चौक पर उन्होंने संस्था की ओर से प्राइड मार्च निकाला था, जिसके माध्यम से सरकार को ये संदेश दिया था कि रोटी, कपड़ा और मकान उनका भी हक है.उन्होंने कहा कि तृतीय लिंग समुदाय हमेशा सरकार से अपनी मांगों को रखता है, लेकिन हर बार उनकी मांगों को अनसुना कर दिया जाता है. अभी तक आवास की सुविधा सरकार ने समुदाय को नहीं दी और न ही किसी भी व्यक्ति को पेंशन मिल रही है, जबकि सरकार ने पेंशन की घोषणा की है. सरकार को सरकारी वैकेंसी निकालनी चाहिए, जिसमें तृतीय लिंग समुदाय को लेना चाहिए. दिन-ब-दिन तृतीय लिंग की संख्या बढ़ रही है, लोग सड़कों पर भीख मांगने पर मजबूर हो रहे हैं. सरकारों को इस पर ध्यान देना चाहिए कि सबको पेंशन और आवास की सुविधा मिले. 2014 में आए नालसा जजमेंट में सभी राज्य सरकारों का आदेश दिया गया था कि सभी राज्य सरकारी वेलफेयर बोर्ड बनाएं. आज झारखंड को 10 वर्ष पूरे हो गए लेकिन, झारखंड में अब तक वेलफेयर बोर्ड नहीं बना.अमरजीत ने कहा कि जमशेदपुर के जे.एन.ए.सी ने भी काफी वायदे किए, लेकिन वादों को सिर्फ पेपर तक ही रखा, वादों को कभी पूरा नहीं किया. एक दिन तृतीय लिंग समुदाय उनसे भी प्रश्न करेगा और उनको उस पत्र का जवाब देना होगा. प्राइड मार्च में उषा सिंह और यूथ इंटक के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय टी.आई आर्गेनाईजेशन से (संस्कार) जितेंद्र, (ए.जी.वी एस.एस), पंकज, आईसीटीसी काउंसलर डॉ रामचंद्र सिंह, एफ.पी.ए.आई रानियाँ, विहान नीरज सिंह और समाजसेवी तरुण तथा विभिन्न जिलों से तृतीय लिंग समुदाय के लोग मौजूद रहे.