Jamshedpur News:जमशेदपुर के मानगो का आजादनगर-जाकिरनगर उपेक्षित, सड़क और मैदान बने कूड़ेदान, न प्रशासन का ध्यान न जनप्रतिनिधियों को चिंता

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Anni Amrita

जमशेदपुर.

जमशेदपुर को स्टील सिटी के साथ साथ क्लीन सिटी और ग्रीन सिटी कहा जाता है. ये शहर के चुनिंदा इलाकों बिष्टुपुर, सर्किट हाउस एरिया वगैरह में नजर भी आता है लेकिन यहां सवाल उठता है कि मानगो और खासकर मानगो का आजादनगर,जाकिरनगर जमशेदपुर नहीं है क्या? वहां भी हरियाली दिखे, क्लीन सिटी की झलक दिखे, ये किसकी जिम्मेदारी है? ऐसी बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क की टीम ने आजादनगर थाना क्षेत्र के जाकिरनगर रोड नं-17और आस पास के क्षेत्र का दौरा किया तो नजारे देखकर दंग रह गई.

बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क की टीम ने मुख्य सडक से जाकिरनगर रोड नंबर 17 में प्रवेश किया तो सड़क के किनारे कचरे का अंबार देखकर दंग रह गई..(ग्रीन वैली के पास का यह इलाका केपीएस, मानगो के अपोजिट शुरू होता है).यहां पूरा फुटपाथ महीनों के कचरे से भरा दिख रहा था.स्पष्ट था कि एक अर्से से मानगो नगर निगम या जिला प्रशासन ने इस जगह की सुधि ही नहीं ली है.सवाल है कि जब घर घर कचरे का उठाव होता है तो सड़क पर कचरा कैसे मौजूद है? प्रशासन की तरफ से आखिर क्या मानिटरिंग होती है? जनप्रतिनिधि क्या इधर झांकते भी हैं?

जाकिरनगर रोड नं-17 के रास्ते बढ़ते बढ़ते टीम जब आजादनगर के बागानशाही स्थित मुर्दा मैदान पहुंची तो वहां का दृश्य भयावह था.ऐसा नजर आ रहा था मानो पूरे इलाके का कचरा यहीं डंप कर दिया गया हो..जिले में कचरा निस्तारण और प्रबंधन की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहरी इलाके के एक उपेक्षित इलाके का खाली मैदान कचरे के मैदान में तब्दील हो चुका है.यह बीमारियों को न्योता देना नहीं तो क्या है? जनप्रतिनिधि शायद ही यहां झांकने आते हैं.प्रशासनिक पदाधिकारी भी यहां दौरा नहीं करते, अगर करते तो क्या यहां का नजारा ऐसा होता?और अगर दौरा करने से भी हालात नहीं सुधर रहे तो जिम्मेवार कौन है?

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