Jamshedpur New : नागाडीह कांड की छठवीं बरसी–अब भी परिवार को न्याय का इंतज़ार, पुलिस को कांड के वीडियो की फाॅरेन्सिक जांच रिपोर्ट का इंतजार

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Anni Amrita

 

जमशेदपुर।

गड़े मुर्दा उखाड़ना शांति भंग करता है लेकिन अगर पीडित परिवार को न्याय न मिले तो वह क्या करे?नागाडीह कांड की छठवीं बरसी पर घर पर ही श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर न्याय की आस लगाए परिजनों ने एक बार फिर न्याय की गुहार लगाई है.आज से छह साल पहले बच्चा चोर के अफवाह में बागबेड़ा के गौतम वर्मा, विकास वर्मा, उनकी दादी रामसखी देवी और गौतम/विकास के दोस्त गंगेश गुप्ता की भीड़ ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी..दुखद यह था कि पुलिस की मौजूदगी में हुआ लेकिन पुलिस भीड़ के सामने बेबस रही और बल प्रयोग नहीं किया, यहां तक कि समय पर फोर्स नहीं बुलाया गया.

 

क्या है केस की वर्तमान स्थिति

बच्चा चोर के अफवाह के बाद हुई माॅब लिंचिंग कांड का कुछ लोगों ने घटनास्थल पर वीडियो बनाया था.वीडियो की सीडी एक महत्वपूर्ण साक्ष्य है जिसकी फाॅरेन्सिक जांच के लिए भेजा गया लेकिन वीडियो की एफ एस एल रिपोर्ट अब तक नहीं आ पाई है.कोर्ट की तरफ से नोटिस देने के दो साल बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं आई.पुलिस का कहना है कि इस मामले में पुलिस के द्वारा तमाम गवाहियां कराई गईं हैं और पुलिस एफ एस एल जांच रिपोर्ट के इंतजार में है जो लैब से सीलबंद के तौर पर आएगा.

 

क्या है नागाडीह कांड

17म ई 2017को जमशेदपुर के जुगसलाई के नया बस्ती के रहनेवाले विकास वर्मा, गौतम वर्मा, उनकी दादी रामसखी देवी , विकास/गौतम के दोस्त गंगेश गुप्ता को उन्मादी भीड़ ने लाठी, डंडों, पत्थर से पीट पीटकर मार डाला..दोनों.भाई विकास वर्मा, गौतम वर्मा और उनके दोस्त गंगेश गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि बुरी तरह घायल दादी रामसखी की कुछ दिनों तक टीएमएच में इलाजरत रहने के बाद मौत हो गई थी.घटना के दौरान घायल हुए मामले के चश्मदीद गवाह सह भाई उत्तम वर्मा ने बताया कि सेफ्टी टैंक के काम के सिलसिले में वे भाई विकास वर्मा के साथ बाइक से नागाडीह गए थे जहां भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर कहकर घेर लिया, उनकी पुष्टि के लिए जब गौतम वर्मा , गंगेश गुप्ता और दादी रामसखी देवी पहुंची तो भी भीड़ ने नहीं सुनी और उनको भी घेरा, उसके बाद लाठी, डंडों, पत्थरों से मरते दम तक पीटती रही.पुलिस भी असहाय बनी रही.

 

 

मामला सुर्खियों में आने पर शुरू में काफी धरपकड़ हुई. कुल 200-300 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दायर हुआ. उस वक्त जिनलोगों की गिरफ्तारी हु ई उनमें से अधिकांश को हाई कोर्ट से जमानत मिल चुकी है.वहीं घटना के पांच मुख्य अभियुक्त विभीषण सरदार, डा मार्डी, भगत मार्डी, सूरज सरदार और सुभाष हांसदा को पुलिस ने फरार घोषित किया है.

माॅब लिंचिंग को धर्म के चश्मे से देखने वाली राजनीति के बीच गुप्ता और वर्मा परिवार आज भी न्याय के इंतजार में है.घटना के चश्मदीद और मृतक के भाई उत्तम वर्मा हर साल इस घटना की बरसी पर घर पर ही श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन करते हैं, अत्याचार के खिलाफ इस संघर्ष में वे ही अब परिवार का सहारा हैं.उत्तम और उनके परिवार का कहना है कि 2019के सरायकेला में हुए तबरेज कांड ने खूब सुर्खियां बटोरी, मुआवज़े भी मिले , नेताओं ने सुधि भी ली मगर नागाडीह कांड के पीड़ितों को झारखंड के नेताओं ने भुला दिया…एक ही परिवार के तीन सदस्यों और करीबी परिवार के बेटे को खोकर ये दोनों परिवारों ने मानो सब कुछ खो दिया…

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