गांव की 11 शिक्षित बेटियां अपने अंदाज में ग्रामीणों को करेंगी नशा के विरुद्ध आगाह


जमशेदपुर ।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के उपसमाहर्ता संजय कुमार की पहल पर पोटका प्रखण्ड के शंकरदा पंचायत अन्तर्गत संथाल समुदाय बहुल ग्राम दामूडीह को पूर्ण नशामुक्त गांव के रूप में एक मॉडल गांव बनाने का अभियान शुरू किया गया है। उक्त गांव में मदिरा पान पहले से ही कई वर्षों से समाज द्वारा प्रतिबंधित है इसलिए यहाँ का कोई भी ग्रामीण शराब का सेवन नहीं करता है, पर अब अन्य प्रकार के नशा के विरुद्ध जागरूकता से इसे पूर्ण नशामुक्त गांव के रूप में बनाने का अभियान चलाया जा रहां है। उसी क्रम में आज संजय कुमार की मौजूदगी में ग्राम प्रधान श्री ठाकुर मांझी के आवास पर हुई बैठक में गांव की अविवाहित 11 पढी लिखी बेटियों का एक दल गठित किया गया। हाईस्कूल से लेकर ग्रेजुएशन तक शिक्षित ये आदिवासी छात्राएं अपने गांव के युवाओं तथा बुजुर्गों को नशा के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए व उन्हें हर प्रकार के नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हुए स्वच्छ ,स्वस्थ एवं खुशहाल गांव बनाए का आह्वान करेंगी। इनके आंदोलन को संरक्षण देने हेतु ग्राम सभा द्वारा गांव के 9 गणमान्य लोगों की एक समिति भी गठित की गयी है। उक्त 11 लड़कियों में महिमा हांसदा , माला हांसदा, मालती मुर्मू, पार्वती हांसदा, साकरो मुर्मू , विमला टुडू , अनीता सरदार, सुमित्रा महतो, रानी हांसदा, दुलारी हांसदा तथा रानी सरदार शामिल हैं। 25 वर्ष से कम आयु की इन लड़कियों में 4 स्नातक , 2 इंटरमीडिएट तथा 5 हाईस्कूल तक पढी हैं। संरक्षण समिति में गांव के ग्राम प्रधान श्री ठाकुर मांझी के अलावा घनीराम टुडू , बदल हेम्ब्रम , जीतराय मुर्मू , अमित सरदार , वृन्दावन आदि शामिल हैं। उपसमाहर्ता संजय कुमार ने बताया कि गांव की शिक्षित युवतियों द्वारा नशा जैसी बुराई के विरुद्ध अभियान यदि इस गाँव में सफल होता है तो निश्चित रूप से यह अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणास्पद होगा।