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जमशेदपुर।
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एक तरफ सरकार बेटी पढाओ योजना के तहत कई कार्यक्रमो का आयोजन कर करोड़ो रुपया खर्च कर रही है। वही शहर के जुगसलाई की रहने वाली एक मां अपनी बेटी को ईजीनियरींग पढाने के लिए अपनी कीडनी बेचने की लिए उपायुक्त को एक पत्र देकर अनुमति मांगी है। ताकि किडनी प्रत्यारोपन के दौरान कोई कानुनी बाधा न हो। बेटी ओडिसा के एक इंजीनियर कॉलेज में ईंजीनियर की थर्ड एयर की छात्र है । लेकिन पैसा के अभाव मे तीन साल से उसकी फीस नही दी जा सकी है।
इस सर्दभ मे बताया जाता है कि जुगसलाई की रहने वाली सुनीता देवी की बेटी ओड़िसा के भुवनेश्वर के एक ईंजीनियर कॉलेज मे पढ रही है।जिसे पढने के लिए 2.77 लाख रुपया की जरुरत है। लेकिन लाख प्रयास के बावजूद उसे इतना पैसा जोगाड़ नही हुआ है। हालाकि कुछ समाजसेवियो ने कुछ पैसा जरुर दिये। लेकिन फीस के अनुरुप पैसा नही हो पाया। अंत मे उसने निर्णय लिया कि वह अपना किडनी बेच दे। किडनी बेचने मे कोई कानुन कार्रवाई मे कोई दिक्कत न हो।उसको लेकर सुनीता देवी ने जिले के उपायुक्त को एक पत्र सौपा है। हालाकि उपायुक्त कार्यलय मे नही होने के कारण सुनीता देवी ने पत्र को उपायुक्त कार्यलय दे कर रिसीव कर आ गई है।
इस सर्दभ सुनीता देवी ने कहा कि वह अपनी बेटी को पढाने के लिए 2.77 लाख की अवश्यकता है इस सिलसिले में उसने कई बार मंत्री, सासंद.विधायक के यहां दौड़ लगा चुकी है। लेकिन कही से कोई सहायता नही मिली। उन्होने कहा कि उनके पति संजय कुमार शॉडिक कुली का काम करते है। वे इतना बड़ा खर्च उठाने मे सक्षम नही है। अंत मे उसने निर्णय लिया कि किडनी बेच कर बेटी को पढायेगे। सुनीता देवी ने कह कि उसकी बेटी दसवीं मे 89.6 और 93.25 प्रतिशत अंक आए थे।बी टेक मे अच्छी अंक लाई है। बेटी की पढाई के प्रति रुची देख कर हमने निर्णय लिया कि किडनी बेचने के अलावे उसके पास कोई चारा नही है।
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