विश्व की सबसे बड़ी सदस्यता वाली पार्टी होगी भाजपा
सवाददाता,रांची,19 जनवरी
भाजपा ने 31 मार्च तक चलने वाले सदस्यता अभियान में दस करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्यों में चल रहे सदस्यता अभियान में सक्रिय सदस्यों की संख्या में 50 प्रतिशत और प्राथमिक सदस्यता में तीन गुणा वृद्धि करने का लक्ष्य है। भाजपा के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय सदस्यता प्रमुख डाॅ दिनेश शर्मा ने सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि भाजपा 2015 सदस्यता पर्व के रूप में मना रही है। अप्रैल, मई और जून माह में कार्यकर्ता घर-घर जाकर सदस्यों को उनका परिचय पत्र देंगे। सभी नये सदस्यों के लिए जून-जुलाई में प्रशिक्षण शिविर लगाया जायेगा, जिसमें उन्हें भाजपा की रीति-नीति और सिद्धांत से परिचित कराया जायेगा। संवाददाता सम्मेलन में झारखंड के सदस्यता प्रभारी विधायक अनंत ओझा, सह प्रभारी प्रदीप वर्मा उपस्थित थे। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ दिनेश शर्मा ने कहा कि पार्टी ने नये झारखंड का सपना देखा है। मुख्यमंत्री रघुवर दास राज्य के विकास को लेकर काफी संवेदनशील है। स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ-साथ भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन महंगाई पर रोक और नक्सली समस्या का समाधान कर शांति व्यवस्था करना उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं। इसकी एक वजह मोदी की सोच और देश के लिए कुछ करने की लगन। लोगों ने उन्हें व्यापक समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि गिनिज बूक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड के लोग भी भाजपा की सदस्यता प्रक्रिया पर नजर रखे हुये हैं, क्योंकि 31 मार्च के बाद भाजपा विश्व मंे सर्वाधिक सदस्यता लोकतांत्रिक पार्टी बन जायेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में 17 करोड़ साठ लाख मत भाजपा को मिले। उन्होंने कहा कि मोबाइल से सदस्य बनाने की प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा की संभावना नहीं है। सदस्य बनने के इच्छुक लोग 18002662020 नम्बर पर मिस काॅल करेंगे। उसके बाद लोगों को एक अन्य नम्बर 92424 पर डायल करना होगा। दोनों प्रक्रिया अपनाने पर ही सदस्यता के लिए लोग रजिस्टड हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि अबतक रजिस्टड सदस्यों की संख्या तीन करोड़ 90 लाख से उपर हो गई है। छह करोड़ से उपर लोग मिस काॅल कर सदस्य बनने की इच्छा जाहिर की है। उŸार प्रदेश में सर्वाधिक 93 लाख सदस्य बने हैं। बिहार-झारखंड में 14 लाख सदस्य बने हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में निर्धारित लक्ष्य 25 लाख सदस्य बनाने का था। लेकिन यहां के नेताओं ने दावां है कि यह संख्या 50 लाख से उपर होगी। इनमें जिन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से रसीद से सदस्य बने लोगों की संख्या शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों में सदस्य बनने की भारी उत्साह है। जिन राज्यों में सदस्यों की संख्या हजार में सीमित थी वहां की सदस्य संख्या लाखों में पहुंच गयी है।
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